Junk Food Health Risks: जंक फूड का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। हाई कैलोरी, शुगर, और फैटी जंक फूड से ब्रेन फंक्शन और बिहेवियर में बदलाव आ सकते हैं। यह याददाश्त को भी कमजोर कर सकता है और टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क। जंक फूड खाना सेहत के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में एक नया शोध सामना आया है,जिसमें दावा किया गया है कि लगातार हाई कैलोरी, शुगर, और फैटी जंक फूड खाने से ब्रेन फंक्शन और बिहेवियर चेंज होता है। इतना ही ये याददाश्त को भी कमजोर कर सकता है। अमेरिका के मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार जंकफूड सेहत पर बुरा असर डालता है। जिससे शरीर के साथ ब्रेन पर बुरा प्रभाव पड़ता है यहां तक ब्रेन की कार्यक्षमता भी प्रभावित होती है।
टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा
पहले भी ये बात कई रिसर्स में सामने आ चुकी है कि ज्यादातर फास्टफूड का सेवन करने से टाइप-2 डायबीटीज का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं लोग डिमेंशिया बीमारी का भी शिकार हो सकते हैं। बता दें, दुनिया में 35 फीसदी से ज्यादा लोग मोटापे से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2030 तक दुनिया की 10 प्रतिशत आबादी टाइप-2 डायबीटीज का शिकार हो जाएगी। ऐसे में जो जंक फूड खा रहे हैं वह शरीर के साथ दिमाग के लिए भी घातक है।
जंक फूड से होने वाली बीमारियां
1) जंक फूड से होने वाली सबसे आम बीमारियों में मोटापा है,जिसे समय रहते कंट्रोल ना किया जाये तो शरीर के लिए आफत बन सकती है। ये बीपी, स्ट्रोक जैसी अन्य बीमारियों को भी जन्म देती है। इतना ही नहीं इससे चलना-फिरना भी दूभर हो जाता है।
2) वहीं जंक फूड का सेवन बीपी के लिए अलावा डायबीटीज, नहीं बल्कि रेस्पिरेटरी सिस्टम को भी प्रभावित करता है। जिससे फेफड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और अस्थमा पनप सकता है।
3) जंक फूड में ज्यादा नमक और चीनी सेवन समय से पहले एंटी एजिंग को बढ़ावा देती है,जिससे स्किन की क्वालिटी निम्न स्तर पर पहुंच जाती है। ऐसे में न्यूट्रिशियन की कमी से चेहरा बेजान होकर रूखा हो जाता है और निखार कम हो जाता है।
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Last Updated Jul 22, 2024, 6:55 PM IST