Navratri 2024 Ambaji Mata Mandir: चैत्र नवरात्र 9 अप्रैल से शुरू होने वाले हैं। इस दौरान माता रानी के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मां वैष्णो देवी धाम(Mata Vaishno Devi Temple) से लेकर घरों तक में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे। जहां पर श्रद्धालु किसी मूर्ति और पिंडी पूजा नहीं करते लेकिन इसके बाद आस्था का सैलाब कम नहीं पड़ता। नवरात्रि के दिनों तो पैर रखने तक की जगह नहीं होती। 

गुजरात-राजस्थान की सीमा पर स्थित मंदिर

दरअसल, ये रहस्यमयी मंदिर गुजरात-राजस्थान के बॉर्डर पर स्थित बनासकांठा जिले की पहाड़ियों पर है। श्रद्धालुओं के बीच ये अम्बाजी मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। बताया जाता है,मंदिर का निर्माण करीब 1500 साल पहले किया गया था। यहां गृभगृह में कोई मूर्ति नहीं है लेकिन मंदिर में श्रीयंत्र को पूजा जाता है जिसे सीधी आंखों से कोई देख भी नहीं सकता।  

अम्बा जी मंदिर को लेकर मान्यता

अम्बा जी मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां पर माता सती का ह्रदय आकर गिरा था। जिसके बाद से पवित्र ज्योति जल रही है। वहीं दूसरी मान्यता ये भी है कि इसी जगह पर भगवान कृष्ण का मुंडन संस्कार किया गया था। 

अम्बा जी मंदिर की खासियत

मंदिर में जब आरती के वक्त एक मिनट का ठहराव होता है। जब पुजारी आंखों पर पट्टी बांधकर जल रही ज्योति से मां भवानी के वीसा यंत्र को पूजते हैं। ऐसा दिन में दो बार किया जाता है। वहीं खासियत की बात करें तो अम्बा जी मंदिर राजस्थान और गुजरात में बेहद लोकप्रिय है। बताया जाता है, मंदिर शिखर की ऊंची 100 फीट है। वहीं शिखर पर 360 से ज्यादा कलश लगे हुए हैं। नवरात्रि के मौके पर इसे सजाया जाता है। 

कैसे पहुंचे अम्बा जी मंदिर? 

अगर आप नवरात्रि पर अम्बा जी मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो सीधे ट्रेन,बस और रेल मार्ग से पहुंच सकते हैं। यहा का नजदीकी रेलवे स्टेशन आबू रोड है जो 15 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं कार से आना चाहते हैं अहमदाबाद हाइवे से होते हुए सीधे आप मंदिर तक पहुंच सकते हैं। जबकि फ्लाइट के लिए आपको अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट आना पड़ेगा चूंकि ये लगभग 190 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 

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