ट्रेवल डेस्क।  भारत की राजधानी पहले कोलकाता हुआ करती थी।  यहां की इमारतों की  वास्तुकला आज भी टूरिस्ट को अपनी तरफ आकर्षित करती है। कहा जाता है कोलकाता एक जिंदादिल शहर है जो अपनी चकाचौंध भरी संस्कृति और साहित्यिक विरासत को संजोए हुए हैं। कोलकाता को सिटी आफ जॉय भी कहा जाता है। कोलकाता के फूड और आउटफिट से लेकर यहां के टूरिस्ट स्पॉट घूमने फिरने वालों को जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए। चलिए जानते हैं कोलकाता में घूमने की पांच बेहतरीन जगह के बारे में।

हावड़ा ब्रिज

कोलकाता का पर्यटन हावड़ा ब्रिज देखे बगैर अधूरा  है। हावड़ा ब्रिज हुगली नदी पर बना हुआ है ताकि कोलकाता और हावड़ा दोनों शहरों के बीच में संपर्क बना रहे। हर रोज हावड़ा ब्रिज को 12:00 बजे कुछ देर के लिए बंद कर दिया जाता है क्योंकि लोगों का मानना है कि इस वक्त ब्रिज गिरने का डर ज्यादा रहता है। इस ब्रिज की खासियत यह है कि बिना नट बोल्ट के बना है। दुनिया का छठ ऐसा ब्रिज है जिसमें एक भी खंभा नहीं है और यह दुनिया का सबसे ज्यादा व्यस्त पल माना जाता है।

विक्टोरिया मेमोरियल

विक्टोरिया मेमोरियल 184 फीट ऊंची इमारत है जो 64 एकड़ के एक गार्डन में बना हुआ है।इसे मकराना मार्बल से बनाया गया है जो  जोधपुर से कोलकाता लाया गया था। विक्टोरिया मेमोरियल में शानदार किताबों का संग्रह है जिसमें विलियम शेक्सपियर की किताबें अरेबियन नाइट, एस वाजिद अली शाह की ठुमरी संगीत और कत्थक की किताब मौजूद है। अगर आप विक्टोरिया मेमोरियल में साउंड एंड लाइट शो देखना चाहते हैं तो अक्टूबर से लेकर जून के महीने में एक बार यहां जरूर घूमने जाएं।

सुंदरबन

सुंदरवन यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। सुंदरवन गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी डेल्टा की गोद में बसा है। सुंदरवन बेशक कोलकाता के सबसे बड़े पर्यटन स्थल में शामिल होता है लेकिन यह जगह बहुत खतरनाक है। हरे भरे जंगल और दलदल भूमि के लिए सुंदरवन जाना जाता है।  इसका नाम सुंदरबन इसलिए है क्योंकि इसमें सुंदरी नाम के वृक्ष लगे हुए हैं। एक तरफ जहां तितलियां विलुप्त हो रही है वहीं दूसरी तरफ सुंदरबन में पूरा दिन तितलियां टहलती रहती हैं और यहां तितलियों की 210 प्रजातियां पाई जाती हैं।  इसके अलावा सुंदरबन में 300 से अधिक पक्षियों की प्रजाति पाई जाती हैं। सुंदरबन में सभी प्रकार के खतरनाक जीव जंतु भी मौजूद है।

नाखोदा मस्जिद

नाखोदा मस्जिद कोलकाता शहर की सबसे बड़ी मस्जिद मानी जाती है। 1926 में बनी इस मस्जिद में दो मीनार तीन गुंबद और 25 छोटी मीनार हैं। एक बार में यहां 10000 नमाजी नमाज पढ़ सकते हैं। मस्जिद में समय-समय पर एग्जीबिशन भी आयोजित किया जाता है जहां से पर्यटक बेहतरीन किस्म के आभूषण खरीद सकते हैं।  मस्जिद के बाहर की दुकान अपने इत्र के लिए काफी मशहूर है। अगर आपने फतेहपुर सीकरी देखा है तो नाखोदा  मस्जिद के प्रवेश द्वार में घुसते समय आपको फतेहपुर सीकरी के बुलंद दरवाजे की याद आ जाएगी क्योंकि दोनों की नक्काशी मिलती-जुलती है।

ताजपुर

बंगाल की खाड़ी के शांत तट पर ताजपुर एक छोटा सा शहर बसा हुआ है। इसे वर्जिन बीच कहा जाता है जो भीड़भाड़ और शोर शराबे से दूर है।  साथ ही टूरिस्ट भी यहां कम ही पाए जाते हैं। यह समुद्र तट निलगिरी इमली और कैसुरीन  के पेड़ों से घिरा हुआ है जहां से सनसेट पॉइंट शानदार नजर आता है। यहां का सेंटर आफ अट्रैक्शन है समुद्र तट के किनारे पाए जाने वाले लाल केकड़े जो सैकड़ो की तादाद में हमेशा यहां मौजूद रहते हैं।

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