मेमोरी लॉस होना अच्छे संकेत नहीं हैं और अब यह बीमारी आम होती जा रही है। बात करते-करते भूल जाना की क्या बात हो रही थी, सामान रख कर भूल जाना छोटी-मोटी बातें भूल जाना । यह आम बात नहीं है बल्कि इसे भूलने की बीमारी या मेमोरी लॉस कहते हैं। इस बीमारी के पीछे हमारा लाइफस्टाइल है जो मेमोरी लॉस की तरफ धकेलते हैं।
हेल्थ डेस्क। क्या आप बात करते-करते भूल जाते हैं कि आप किस टॉपिक पर बात कर रहे थे? क्या आप भूल जाते हैं कि आपने अपना चश्मा, चाबी, पेन, किताब या घड़ी कहां रखा है? पहले इस तरह की समस्या बुजुर्गों में देखने को मिलती थी जिसके बारे में कहा जाता था की उम्र बढ़ाने के साथ याददाश्त कमजोर (Alzheimer's or dementia ) हो जाती है लेकिन अब यह समस्या युवाओं में देखने को मिल रही है। इस बीमारी को अल्ज़ाइमर कहते हैं। अगर आप अल्ज़ाइमर की समस्या से गुजर रहे हैं तो इसे हल्के में बिल्कुल ना लें। चलिए जानते हैं आखिर क्यों भूलने (Reason Of Memory Loss )की बीमारी आम होती जा रही है।
नींद ना पूरी होना (Sleep problems)
हर आदमी के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी होता है। नींद की कमी से ही अक्सर लोग मेमोरी लॉस का शिकार होने लगते हैं। अच्छी नींद लेने से दिमाग की कोशिकाएं आपस में जुड़ी रहती हैं और हर चीज को अच्छे से याद रखना में मदद मिलती है। जब नींद पूरी नहीं होती तो दिमाग इधर-उधर घूमता रहता है। ऐसे में मेमोरी लॉस के सिम्टम्स बढ़ जाते हैं।
दवाओं का अधिक सेवन (Too much intake of Medicine)
युवावस्था में जरूरत से ज्यादा दवाओं का सेवन शरीर के लिए नुकसानदेह होता है। सामयिक तौर पर शरीर को दवा से आराम मिलता है लेकिन लॉन्ग टर्म में अधिक दवा खाने के बहुत से नुकसान होते हैं जिसमें सबसे पहले असर किडनी पर आता है। ऐसी तमाम दवा हैं जो आपकी ब्रेन की एक्टिविटी को कंट्रोल करती हैं जिसमें सबसे खतरनाक होती है पेन किलर और नींद की दवा । इन दवाओं से दिमाग काम करना बंद कर देता है और धीरे-धीरे शरीर में भूलने की बीमारी बढ़ने लगती है
मल्टीटास्किंग होना (Multi Tasking)
बहुत सारे लोगों के दिमाग में एक समय में बहुत सारे टास्क चलते हैं। ऐसे में उन्हें याद नहीं रहता कि वह क्या सोच रहे थे। बचपन में मल्टीटास्किंग होने पर पेरेंट्स खुश होते हैं कि मेरा बच्चा एक समय में इतनी सारी बातें सोच लेता है लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है यह मल्टीटास्किंग होना मेमोरी लॉस में तब्दील होने लगता है।
तनाव (Stress)
तनाव एक ऐसी बीमारी है जो आपके शरीर के हर हिस्से पर असर डालती है। स्ट्रेस से आपके बाल झड़ जाते हैं आपके चेहरे पर असर पड़ता है आपका हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है। तनाव सबसे बड़ा कारण है मेमोरी लॉस का इसलिए जीवन में तनाव को दूर रखने का प्रयास करना चाहिए।
मोबाइल लैपटॉप पर ज़्यादा समय गुज़ारना (Excessive use of Gadgets)
आज हर व्यक्ति मोबाइल और लैपटॉप का इतना आदि हो चुका है कि वह परिवार के साथ होकर भी परिवार के साथ नहीं रहता। फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम गुज़ारने के बजाय इंसान सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर समय व्यतीत करता है। ऑनलाइन गेम्स में इंटरेस्ट लेता है। गैजेट्स का अत्यधिक इस्तेमाल भी मेमोरी लॉस की एक बहुत बड़ी वजह है
क्या है मेमोरी लॉस का इलाज (Treatment of Memory Loss)
सुबह की शुरुआत सूर्य नमस्कार से करें। रिसर्च के अनुसार सूर्य नमस्कार याददाश्त बढ़ाने में कारगर है योग करने से तनाव में राहत मिलती है और एकाग्रता बढ़ती है अपनी डाइट में विटामिन B2 और विटामिन b1 आहार शामिल करें जैसे घी, बादाम, हरी पत्तियां, अखरोट, एवोकाडो वगैरह। नींद का समय निर्धारित करें और कोशिश करें की पूरी नींद ले। मोबाइल पर समय व्यतीत करने से बेहतर है परिवार के साथ लूडो चेस या कैरम खेलें।
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Last Updated Jun 15, 2024, 10:40 PM IST