पत्नी पर गुस्सा होने पर जहाँ दूसरे देशों के पति शराब पीते या तलाक लेते हैं, वहीं भारतीय पति समुद्र किनारे जाता है। वह प्रकृति की विशालता देख अपने अहंकार को भूल जाता है और शांत मन से घर लौटता है।
आजकल हम खबरों में लगातार ऐसी घटनाएं देख रहे हैं, जहां शादीशुदा जिंदगी के छोटे-मोटे झगड़े तलाक, आत्महत्या या हत्या तक पहुंच जाते हैं। यह एक ऐसा दौर है जहां "समझौता" शब्द गायब हो रहा है और "मेरी बात ही सही है" वाला घमंड बढ़ रहा है। तो ऐसे में जब पति को अपनी पत्नी पर गुस्सा आए तो उसे क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं, दुनिया के अलग-अलग देशों में पुरुष अपनी पत्नियों पर गुस्सा होने पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं।
देश के हिसाब से पतियों की प्रतिक्रियाएं
इंग्लैंड: जब कोई अंग्रेज़ अपनी पत्नी पर गुस्सा होता है, तो वह दर्द को भुलाने के लिए फौरन पास की शराब की दुकान पर चला जाता है। गारिकापति ने कहा कि इसका मतलब है कि वे नशे में अपना दर्द भुलाने की कोशिश करते हैं।
फ्रांस: कहा जाता है कि जब कोई फ्रांसीसी व्यक्ति अपनी पत्नी पर गुस्सा होता है, तो वह शांति के लिए अपनी प्रेमिका के पास चला जाता है। गारिकापति मजाकिया अंदाज में कहते हैं कि वहां नैतिकता से ज्यादा आनंद जरूरी होता है।
अमेरिका: अमेरिका के बारे में तो बात ही क्या करें। वहां सब कुछ फास्ट कल्चर है। जब भी उसका अपनी पत्नी से झगड़ा होता है या गुस्सा आता है, तो वह तुरंत अपने वकील के पास जाकर तलाक के कागजात तैयार करवा लेता है।
जापान: जापानी लोगों में स्वाभिमान बहुत ज्यादा होता है। अगर वे अपनी पत्नियों पर गुस्सा होते हैं, तो वे उस दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पाते और आत्महत्या कर लेते हैं।
जर्मनी: यह हिटलर की जन्मभूमि है। इसलिए जब कोई जर्मन पुरुष अपनी पत्नी पर गुस्सा होता है, तो वह अपना गुस्सा निकालने के लिए युद्ध पर चला जाता है।
ऑस्ट्रेलिया: खेलों को पसंद करने वाला ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति जब गुस्सा होता है, तो वह सीधे स्टेडियम में क्रिकेट मैच देखने चला जाता है।
तो फिर एक भारतीय कहां जाता है?
हमारी संस्कृति की महानता यहीं है। गारिकापति के अनुसार, अपनी पत्नी पर गुस्सा हुआ एक भारतीय समुद्र तट पर जाता है। वहां वह रेत पर बैठकर मुट्ठी भर कंकड़ उठाता है और एक-एक करके समुद्र में फेंकता है। ऐसा करते हुए वह उस अनंत सागर को देखता है। वह सोचता है, 'यह अंतहीन आसमान कितना बड़ा है? यह अंतहीन सागर कितना बड़ा है? इस अनंत सृष्टि में 'मैं' कितना बड़ा हूं? मेरा परिवार कितना बड़ा है? उसमें मेरी पत्नी कितनी बड़ी है? हमारा असली झगड़ा कितना बड़ा है?'
उसे एहसास होता है कि उस विशाल सागर के सामने उसकी समस्या रेत के एक कण के बराबर भी नहीं है। उस विशाल प्रकृति और अनंत आत्मा को देखकर, उसका घमंड और गुस्सा समुद्र की लहरों में मिल जाता है। वह खुद को कोसता है, "इतनी छोटी सी बात पर मैं इतना बड़ा झगड़ा क्यों करने लगा?" और शांत मन से घर लौट आता है।
