देश के सबसे बड़े अमीर मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबाई क्या वाकई में दिवालिया हो गए हैं। अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के शेयर बीएसई में 48.25% तक लुढ़ककर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गए। आरकॉम का शेयर बाजार में छह रुपए के स्तर तक पहुंच गया था। इसके बाद अब कंपनी पर कर्ज करीब 46 हजार करोड़ रुपए पहुंच गया है। जिसको चुकाने की स्थिति में फिलहाल अनिल अंबानी नहीं हैं।

सोमवार को प्रति शेयर छह रुपए का स्तर छूने के बाद आज फिर मंगलवार को कंपनी का शेयर 6 रुपए के आसपास पहुंच गया था। सोमवार को आरकॉम के शेयर में 34.91% का नुकसान देखने को मिला और बाजार बंद होने तक शेयर 7.55 रुपए पर बंद हुआ। बाजार के जानकारों के मुताबिक नकदी के संकट से जूझ रही आरकॉम पर कर्ज का बोझ बढ़कर 46,000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।

जिसको चुकाने की स्थिति में फिलहाल अनिल अंबानी नहीं दिख रहे हैं। जानकारों का ये भी कहना है कि वित्तीय संस्थान अंबानी को कर्ज नहीं दे रहे हैं। असल में सोमवार को शेयर गिरने का सबसे बड़ा कारण कंपनी के बोर्ड की शनिवार की बैठक है, जिसमें कर्ज को चुकाने की योजना की समीक्षा की थी। बोर्ड का कहना था कि कंपनी 18 महीने बाद भी संपत्ति बेचकर कर्ज चुकाने में विफल रही है। लिहाजा कर्ज की अदायगी के लिए एनसीएलटी के माध्यम से फास्ट-ट्रैक रेजोल्यूशन प्रोसेस में जाने का विकल्प अच्छा फैसला हो सकता है।

असल में इस प्रक्रिया से करीब 270 दिनों की तय अवधि में आरकॉम की संपत्ति बेचकर कर्ज के भुगतान की पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित हो सकेगी। ऐसा कहा जा रहा है कि  आरकॉम को अपनी संपत्ति बेचकर 25,000 करोड़ रुपए मिल सकता है, जिससे वह 40 कर्जदाताओं को उनका बकाया चुका सकता है। हालांकि अनिल अंबानी को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उसने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो को वह स्पेक्ट्रम बेचने में विफल रही। ऐसा कहा जा रहा है कि स्पेक्ट्रम बेचने से आरकॉम को 975 करोड़ रुपए मिल सकता था।