पटना। कोरोना के कहर के बीच  बिहार में 30 उन लोगों की पहचान कर ली गई है जिन्होंने दिल्ली में तबलीगी मरकज के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।  इस कार्यक्रम में राज्य से  81 लोगों ने हिस्सा लिया था। हालांकि राज्य सरकार का मानना है कि अभी कई लोग फरार हैं और जिनको खोजने के लिए पुलिस की मदद ली जा रही है।

बिहार सरकार ने कहा कि राज्य के 81 लोग ने दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में भाग लिया था। अभी तक राज्य सरकार ने 30 लोगों की पहचान की है, जिन्होंने निजामुद्दीन मरकज में मण्डली का हिस्सा था। मरकज फिलहाल विवादों में देश के हर राज्य में दिल्ली में हिस्सा लेने वालों लोगों की पहचान की जा रही है। राज्य के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने निजामुद्दीन मरकज में एक धार्मिक आयोजन में भाग लेने वाले 30 लोगों की पहचान की है, जो पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरे हुए हैं।

जबकि 51 व्यक्तियों की पहचान की जानी बाकी है और राज्य सरकार उन्हें ट्रेस करने के लिए सभी आवश्यक प्रयास कर रही है। पटना से 17 और बक्सर से 13 ने मरकज के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और उनकी पहचान कर ली गई थी और राज्य सरकार इन लोगों पर परीक्षण कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निजामुद्दीन मरकज के मुद्दे को गंभीरता से लिया है और उन सभी व्यक्तियों पर परीक्षण करने का फैसला किया है जो 18 मार्च के बाद विदेश से लौटे थे और उनमें कोरोना का संक्रमण नहीं दिखा था और अब इन लोगों की फिर जांच की जाएगी।

सिंह ने कहा कि इन लोगों में अब कोरोना के लक्षण विकसित हो गए हैं और इसीलिए राज्य सरकार एक बार फिर उनका  परीक्षण करेगी। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मरकज के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कई लोग अभी फरार हैं और इसके लिए पुलिस की मदद ली जा रही है।