लखनऊ। मुंबई से पैरोल पर फरार होने वाले जलीस अंसारी को हालांकि यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन उसके पकड़ जाने के बाद एसटीएफ और सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली है। क्योंकि अंसारी पैरोल से फरार होने के बाद उत्तर प्रदेश को दहलाने की साजिश के तहत ही फरार हुआ था। वह नेपाल भागने के फिराक में था और उसके मंसूबे बहुत खतरनाक थे।

दो दिन पहले ही देशभर में 100 से ज्यादा बम धमकों को अंजाम देने वाला जलीस अंसारी मुंबई के अपने घर से फरार हो गया था। जिसके बाद मुंबई पुलिस की एटीएस और खुफिया एजेंसियां की परेशानियां बढ़ गई थी। क्योंकि जलीस पैरोल पर बाहर आया था और शुक्रवार को ही उसकी पैरोल खत्म हो रही थी। मुंबई से फरार होने के बाद अंसारी आतंकी घटना करने की फ़िराक़ में था। असल में पैरोल पर बाहर आने के बाद उसकी बैचेनी बढ़ गई थी और वह राम मंदिर के फैसला आने और नागरिकता क़ानून के बाद से ही बेचैन हो गया था।

लिहाजा वह सबसे पहले यूपी में बम धमाका करने की साजिश में था। जलीस अंसरी को बम मैन के नाम से जाना जाता है और उसके गुर्गे देशभर में फैले हुए हैं और वह करीब 100 से ज्यादा लोगों को ट्रेनिंग दे चुका है। एक मीडिया हाउस से बातचीत करते हुए यूपीए एसटीएफ के एक अफसर ने बताया कि उसे कानून से गिरप्तार किया गया और जैसे ही जलीस मस्जिद से बाहर निकला एसटीएफ़ की टीम ने उसका पीछा किया।

हालांकि वह  एसटीएफ़ को चकमा देने के फिराक में था। लेकिन वह पकड़ा गया। जलीस अंसारी यूपी एसटीएफ को भी चकमा देने के लिए अपनी याददास्त को कमजोर बता रहा था। लेकिन जब मुंबई एटीएस को उसकी फोटो दिखाई गई तो वह पकड़ा गया। अंसारी नई तकनीक से बम बनाने पर काम कर रहा था और इसके जरिए वह यूपी को दहलाने की साजिश कर रहा था। वहीं उसने अपने पुराने नेटवर्क को सक्रिय कर दिया था।