नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खौफ के बीच हरियाणा और हिमाचल में राज्य सरकारों ने शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दे दिया है। पिछले दिनों शराब की दुकानों को खोलने के लेकर राज्य सरकारों की जमकर आलोचना हो रही थी, जिसके बाद राज्य सरकारों ने शराब की दुकानों को बंद करने का फैसला किया है। केन्द्र सरकार ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन करने का फैसला किया है। जिसके तरह जरूर वस्तुओं को सभी दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद करने का फैसला किया है।

हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने शुक्रवार की आधी रात से लेकर 14 अप्रैल तक सभी शराब की दुकानों को बंद करने की घोषणा की है। इससे पहले हिमाचल के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर सरकार ने राज्यव्यापी कर्फ्यू में छूट के दौरान शराब की दुकानों को बंद रखने का फैसला किया था। असल में भाजपा  शासित इन राज्यों में शराब की दुकानों को बंदी से छूट दी गई थी। जिसके बाद राज्य सरकार की कड़ी आलोचना हो रही थी।

लिहाजा राज्य सरकार को शराब की दुकानों को बंद करने का फैसला करना पड़ा। असल में राज्य सरकारों को शराब से सबसे ज्यादा राजस्व मिलता, लिहाजा राज्य सरकार शराब की दुकानों को बंद करने से परहेज कर रही थी। लेकिन आलोचनाओं के बाद राज्य सरकार को ये फैसला करना पड़ा। फिलहाल कोरोनोवायरस प्रकोप के बीच हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में शराब के शौकीनों की मुसीबत बढ़ गई है।  हालांकि पिछले दिनों केरल सरकार ने राज्य में शराब की दुकानों को बंद करने का फैसला किया है। 

जिसके कारण शराब की दुकानों को खोला जा सकेगा। गौरतलब कि 25 मार्च से 21 दिन के लिए देशभर में तालाबंदी बंदी है। ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सके। असल में कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को शराब की दुकानों को को खोलने को लेकर भाजपा-जेजेपी शासन की आलोचना की थी। सुरजेवाला ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया था कि राज्य की खट्टर सरकार दवा  के बजाय शराब को बढ़ावा दे रही है।