प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार देश को प्रगति की राह पर ले जाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है। हमने अपने लिए बड़े लक्ष्य तय किए हैं।
Independence Day greetings to the people of India. Jai Hind! #IndependenceDayIndia
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2018
स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं! जय हिंद!
आजादी मिली सत्याग्रहियों से, स्वच्छता मिलेगी स्वच्छाग्रहियों से
पीएम ने कहा, अगला वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का वर्ष है। पूज्य बापू ने अपने जीवन में आज़ादी से भी ज़्यादा महत्व स्वच्छता को दिया था। वो कहते थे कि आजादी मिली सत्याग्रहियों से, स्वच्छता मिलेगी स्वच्छाग्रहियों से। गांधी जी ने सत्याग्रही तैयार किए थे और गांधी जी की प्रेरणा ने स्वच्छाग्रही तैयार किए हैं। और आने वाले, 150वीं जयंती जब मनाएंगे, तब ये देश पूज्य बापू को स्वच्छ भारत के रूप में, ये हमारे कोटि-कोटि स्वच्छाग्रही, पूज्य बापू को कार्यान्जलि समर्पित करेंगे। और एक प्रकार से जिन सपनों को ले करके हम चले हैं, उन सपनों को पूरा करेंगे। ये सही है, कि स्वच्छता ने 3 लाख लोगों की ज़िंदगी बचाई है। लेकिन कितना ही मध्यम वर्ग का सुखी परिवार क्यों न हो, अच्छी-खासी आय रखने वाला, व्यक्ति क्यों न हो, गरीब क्यों न हो, एक बार घर में बीमारी आ जाए तो व्यक्ति नहीं पूरा परिवार बीमार हो जाता है। कभी पीढ़ी दर पीढ़ी बीमारी के चक्कर में फंस जाती है।
मैं बेसब्र हूं...मैं व्याकुल हूं
पीएम ने भावनात्मक होते हुए कहा, लोग मेरे लिए भी कई बातें करते है लेकिन जो कुछ भी कहा जाता हो, मैं आज सार्वजनिक रूप से कुछ चीजों को स्वीकार करना चाहता हूं कि मैं बेसब्र हूं, क्योंकि कई देश हमसे आगे निकल चुके है, मैं बेसब्र हूं मेरे देश को इन सारे देशों से भी आगे ले जाने के लिए बेचैन हूं। मैं बेचैन हूं, मेरे प्यारे देशवासियों, मैं बेसब्र भी हूं, मैं बेचैन भी हूं। मैं बेचैन हूं, क्योंकि हमारे देश के बच्चों के विकास में, कुपोषण एक बहुत बड़ी रुकावट बना हुआ है। एक बहुत बड़ा बॉटलनेक बना हुआ है। मुझे मेरे देश को कुपोषण से मुक्त कराना है इसलिए मैं बेचैन हूं। मेरे देशवासियों, मैं व्याकुल हूं ताकि गरीब तक, समुचित हेल्थ कवर प्राप्त हो, इसके लिए मैं बेचैन हूं ताकि मेरे देश का सामान्य व्यक्ति भी बीमारी से लड़ सके, भिड़ सके। भाइयों-बहनों, मैं व्याकुल भी हूं, मैं व्यग्र भी हूं। मैं व्यग्र हूं ताकि अपने नागरिक को क्वॉलिटी ऑफ लाइफ, ईज ऑफ लिविंग का अवसर प्रदान हो, उसमें भी सुधार आए। पीएम ने कहा, मैं व्याकुल भी हूं, मैं व्यग्र हूं, मैं अधीर भी हूं। क्योंकि चौथी औद्योगिक क्रांति है, जो ज्ञान के अधिष्ठान पर चलने वाली चौथी औद्योगिक क्रांति है उस चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व आईटी जिसके उंगलियों पर है, मेरा देश उसकी अगुवाई करे उसके लिए मैं अधीर हूं। मेरे प्यारे देशवासियों, मैं आतुर हूं क्योंकि चाहता हूं कि देश अपनी क्षमता और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए और विश्व में गर्व के साथ हम आगे बढ़े। मेरे प्यारे देशवासियों, जो हम आज हैं, कल उससे भी आगे बढ़ना चाहते है। हमें ठहराव मंज़ूर नहीं है, हमें रुकना मंज़ूर नहीं है, और झुकना तो हमारे स्वभाव में नहीं है। ये देश न रुकेगा, न झुकेगा, ये देश न थकेगा, हमें नई ऊंचाइयों पर आगे चलना है, उत्तरोत्तर प्रगति करते चलना है।
Last Updated Sep 9, 2018, 12:42 AM IST