नई दिल्ली। पड़ोसी आतंकी देश पाकिस्तान अब भारत में आतंक को फैलाने के लिए नए नए हथकंड़े अपना रहा है। पिछले साल भारतीय वायुसेना ने जिस बालाकोट में पाकिस्तानी आंतकी कैंपों को तबाह कर दिया था।  अब  पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों आतंकी संगठनों के साथ मिलकर वहां पर मदरसों के नाम पर आतंकियों को ट्रेनिंग दे रही है। पाकिस्तान ने वहां आतंकी प्रशिक्षण शिविर दोबारा स्थापित कर दिए हैं। यहां पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए-ताइबा के ट्रेनिंग कैंप हैं और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की नजर से बचने के लिए यहां मदरसों के बोर्ड लगाए गए हैं।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को जो जानकारी मिली है।  उसके मुताबिक पाकिस्तान इन कैंपों में आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा है। ताकि भारत के खिलाफ आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके। पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों की देखरेख में इन ट्रेनिंग कैंपों में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। असल में पाकिस्तान पर आतंक को लेकर विश्व विरादरी का जबरदस्त दबाव है। जिसके बाद पाकिस्तान इन आतंकी कैंपों को मदरसा बतका रहा है। पाकिस्तान सेना ने इस इलाके में आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा रखी है।

 ताकि किसी भी तरह की जानकारी बाहर न निकले। इन आतंकी कैंपों में आतंकियों को खतरनाक आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की ट्रेनिंग दी जा रहा है। सीमा से सटे बालाकोट में आतंकियों को इसलिए ट्रेनिंग दी जा रही है  कि सीजफायर की आड़ में लांचिंग पैड के जरिए सीधे इन आतंकियों को भारत की सीमा में प्रवेश कराया  जा सका। हालांकि पाकिस्तान की ये गतिविधियां ड्रोन के जरिए लगातार ली जा रही है। जिसको लेकर पाकिस्तान चौकन्ना है। इन आतंकी कैंपों की सुरक्षा में तैनात पाकिस्तानी सेना, बैट के कमांडो तैनात हैं।  

खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि आतंकी  सरगना हाफिज सईद का रिश्तेदार जकीउर रहमान लखवी पिछले दिनों बालाकोट आया था और उसने इन ट्रेनिंग कैंपो  का जाएजा लिया था। यहां पर जैश-लश्कर कमांडरों तथा आईएसआई के साथ उसकी बैठक भी हुई। फिलहाल पाकिस्तान भारत के कड़े रूख से घबराया हुआ है। उसे लगता है कि भारत कभी भी पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। फिलहाल बालाकोट की बरसी को लेकर पाकिस्तान की सेना चौकन्ना है।