नई दिल्ली। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की मोर्चों पर घिरे हुए हैं। वहीं पाकिस्तानी जनता का ध्यान भटकाने के लिए इमरान खान नियाजी ने फिर से कश्मीर का राग अलापा है। इमरान खान ने कश्मीर मामले से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोई लेना-देना नहीं है। वहीं पाकिस्तान के आका चीन ने भी संयुक्त राष्ट्र संघ में कश्मीर के मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी। जिसे खारिज कर दिया गया था।

एक मीडिया हाउस को दिए गए इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि वाणिज्यिक हितों की मजबूरी में  पश्चिमी देश कश्मीर मुद्दे को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण इस मामले पर पाकिस्तान का किसी का साथ नहीं मिला। इमरान खान ने आरोप लगया कि भारत एक बड़ा बाजार है। जिसके कारण कश्मीर के मुद्दे पर किसी भी देश ने उसका साथ नहीं दिया है। वहीं इमरान ने हांगकांग की तुलना कश्मीर से की। इमरान खान ने अपने आका चीन को खुश करने के लिए कहा कि मीडिया का ध्यान हांगकांग के विरोध प्रदर्शन पर ही टिका है जबकि कश्मीर का मुद्दा इससे बड़ा है।

वहीं इमरान खान ने फिर अपनी भडास संघ पर निकाली और कहा कि भारत आरएसएस की विचारधारा पर चल रहा है। असल में अनुच्छेद 370 पर पाकिस्तान पूरी दुनिया में अलग थलग पड़ चुका है। महज तीन देशों ने पाकिस्तान का साथ दिया। चीन, मलयेशिया और तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया। वहीं पूरे विश्व ने कश्मीर के मामले को भारत का अंदुरूनी मामला बताया और इसमें किसी दूसरे के दखल को खारिज कर दिया।

जिसके बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अपने घर में ही विपक्षी दलों के आरोपों से घिर गए। असल में पाकिस्तान में भी ज्यादातर लोग कश्मीर के मुद्दे को तवज्जो नहीं देना चाहता है। क्योंकि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार के सत्ता में आने के बाद महंगाई चरम पर है और बेरोजगारी जबरदस्त बढ़ गई है। लेकिन इमरान खान कश्मीर के मुद्दे के जरिए पाकिस्तानी जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं।