नई दिल्ली। अरसे से कांग्रेस आलाकमान और मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार से नाराज चल रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगता है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आर्शीवाद मिल गया है। सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद सिंधिया सीधे मध्य प्रदेश पहुंचे और अपने खास मंत्रियों और नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि सिंधिया को पार्टी आलाकमान से कोई इशारा तो मिला है। जिसके बाद वह राज्य में फिर से सक्रिय हो रहे हैं।

सिंधिया अरसे से पार्टी के सार्वजनिक मंचों से गायब हैं। वह राज्य की कमलनाथ सरकार से भी नाराज चल रहे हैं। हालांकि सिंधिया राज्य सरकार की कई योजनाओं के बारे में खुलकर बोल चुके हैं और उनके समर्थक मंत्री भी कमलनाथ सरकार के खिलाफ बोलते रहते हैं। जिसको लेकर राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ती हैं। हालांकि सिंधिया पिछले एक साल से कांग्रेस नेतृत्व से नाराज हैं। क्योंकि न तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाया और न ही  उन्हें प्रदेश संगठन की कमान सौंपी।

जिसके बाद सिंधिया ने पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखी है। सिंधिया ने पिछले दिनों राज्य में हुए उपचुनाव से भी दूरी बनाकर रखी। हालांकि पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाकर नाराजगी दूर करने की कोशिश की थी। लेकिन सिंधिया पूरी तरह से राज्य में ही सक्रिय रहना चाहते हैं।

फिलहाल सिंधिया की सोनिया गांधी से मुलाकात हो चुकी है और इसके बाद वह मध्य प्रदेश के दौरे पर पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें आर्शीवाद दे दिया है। जिसके बाद उन्होंने दिल्ली से लौटते ही अपने खास मंत्री के साथ मुलाकात की और उनसे साथ खाना भी खाया।  गौरतलब है कि सिंधिया के समर्थक उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। वहीं राज्यसभा की खाली हो रही तीन सीटों के लिए भी सिंधिया दावेदारी कर रहे हैं।

सिंधिया ने अपने खास मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के घर अन्य मंत्रियों और कांग्रेस विधायकों के साथ डिनर भी किया। सिंधिया की सक्रियता का अंदाजा और आलाकमान के आर्शीवाद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मध्य प्रदेश दौरे के दौरान कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया आज पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे।