नई दिल्ली। कई महीनों के पंजाब में राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहने के बाद कांग्रेस नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाकात की। सिंद्धू कांग्रेस आलाकमान से अरसे से नाराज चल रहे थे और इसी कारण उन्होंने पिछले दिनों दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में प्रचार से दूरी बनाकर रखी थी। जबकि पार्टी ने उन्हें स्टार प्रचारकों में शामिल किया गया था। सिद्धू को प्रियंका और राहुल गांधी का करीबी माना जाता है।

दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात के बाद सिद्धू ने कहा उन्हें कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था और उन्होंने महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।  असल में पंजाब की कांग्रेस सरकार के खिलाफ ही कई नेताओं ने मोर्चा खोल रखा है।  इन नेताओं ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ उनकी कार्यप्रणाणी को लेकर सवाल  उठाए हैं। इसमें प्रताप सिहं बाजवा भी हैं। जो पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं सिंद्धू का कांग्रेस आलाकमान से मिलना इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि क्योंकि दिल्ली में आप के चुनाव जीतने के बाद चर्चा थी कि सिद्धू कांग्रेस को छोड़ सकते हैं और आप की पंजाब में कमान सौंप सकते हैं।

सिद्धू को हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस द्वारा स्टार प्रचारक बनाया गया था।  लेकिन उन्होंने प्रचार में हिस्सा नहीं लिया। गौरतलब है कि पिछले साल राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू ने सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखी थी। हालांकि इसके बाद वह करतापुर साहिब कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर देख गए थे। जिसमें पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें आमंत्रित किया था। इस कारिडोर के लिए पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर उनके सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा के दिमाग की उपज है।