नयी दिल्ली। शंघाई में आयोजित तीरंदाजी विश्व कप 2024 के पहले चरण में भारत के तीरंदाजों ने इतिहास रच दिया। 5 स्वर्ण, 2 रजत और एक कांस्य समेत कुल 8 पदक जीते। भारतीय तिकड़ी तरुणदीप राय, प्रवीण जाधव और धीरज बोम्मदेवरा ने दबाव में खेलते हुए अपना टैलेंट दिखाया। फाइनल में उनका मुकाबला कोरियाई टीम से था। जिसमें टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य किम वूजिन और किम जे डेओक शामिल थे। भारतीय खिलाड़ियों ने कोरियाई तीरंदाजों को 5-1 से शिकस्त देकर शानदार जीत दर्ज की। देखा जाए तो पिछले 14 वर्षों में पुरुषों की रिकर्व टीम तीरंदाजी में भारत ने पहला स्वर्ण पदक जीता है। 

भारतीय खिलाड़ियों का खेल देख कोरियाई टीम का मनोबल गिरा

भारत की पुरुष टीम ने कोरियाई टीम से शुरुआती सेट में तीन बार बराबरी की। भारत के शानदार खेल को देखकर कोरियाई टीम दबाव में आ गई। उनके तीरंदाजों के खेल पर इसका असर भी दिखा। उन्होंने दो बार एक्स (निशाने के क्रेंद के करीब) 8 अंक वाले निशाने लगाये, जबकि भारतीय खिलाड़ियों ने तीन एक्स सहित 10 अंक वाले 4 निशाने बिल्कुल सटीक लगाये और चौथ सेट जीतकर कोरिया से बढ़त बना ली। उसके बाद के सेट में कोरियाई खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा और भारतीय तीरंदाजों ने र्धयपूर्वक खेलते हुए गोल्ड मेडल झटक लिया।

दीपिका कुमारी को रजत पदक 

दीपिका कुमारी ने महिलाओं की व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने जियाने हुनयॉन्ग को हराकर अंतिम चार में जगह बनाई और फिर कोरियाई सुहयोन को मात देकर फाइनल में पहुंची थी। वह साल 2022 में मां बनी थीं। इसीलिए 2023 में भारतीय टीम में एंट्री नहीं मिल पाई थी। अन्तरराष्ट्रीय क्षेत्र में वापसी की तो शुरूआत में उनका प्रभाव कम था। पर व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में पोडियम पर दूसरा स्थान ​हासिल किया।

इस टीम ने जीता कांस्य 

अंकिता भकत और धीरज की रिकर्व मिक्स्ड टीम ने भी कांस्य पदक जीता। खिलाड़ियों की इस टीम ने मेक्सिको की एलेजांद्रा वेलेंशिया और मटियास ग्रांडे की जोड़ी को मात दी। इस जीत से भारतीय खेमा उत्साह से भर गया। 

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