गुजरात के काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (KAPS) में 700 मेगावाट की स्वदेशी यूनिट-4 ने आज अपनी पूर्ण क्षमता पर परिचालन शुरू किया। जानें भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में यह उपलब्धि कैसे महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली। गुजरात के काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (KAPS ) में भारत के दूसरे स्वदेशी 700 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा रिएक्टर ने आज अपनी फुल कैपिसटी पर परिचालन शुरू कर दिया है। यह घोषणा प्लांट ऑपरेटर भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (NPCIL) द्वारा की गई। NPCIL ने कहा है कि केएपीएस में यूनिट 4 700 मेगावाट की फुल कैपसिटी तक बढ़ाए जाने से पहले 90 प्रतिशत क्षमता पर काम कर रही थी।
KAPS की यूनिट 4 का संचालन होने से बढ़ गई क्षमता
KAPS की यूनिट-4, जो पहले 90% क्षमता पर काम कर रही थी, अब पूरी 700 मेगावाट की क्षमता पर संचालित हो रही है। NPCIL ने इस मौके पर कहा, "KAPS -3 की अपनी जुड़वां यूनिट के सुचारू संचालन के बाद KAPS-4 का पूर्ण शक्ति संचालन भारत के स्वदेशी 700 मेगावाट प्रेशराईज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) के डिज़ाइन की ताकत को दर्शाता है। इससे हमारी ताकत बढ़ी है।
KAPS का कब से शुरू हुआ कामर्शियल ऑपरेशन
यह रिएक्टर 17 दिसंबर 2023 को पहली बार क्रिटिकलिटी हासिल करने के बाद 31 मार्च 2024 को कामर्शियल ऑपरेशन में आया था। रेगुलर्टी अथॉर्टिज, परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AIRB) की अनुमति के अनुसार इस यूनिट का पावर लेवल बढ़ाया गया था। भारत अब इसी डिजाइन के 14 और 700 मेगावाट क्षमता के परमाणु ऊर्जा रिएक्टर बना रहा है, जिनके 2031-32 तक स्टेपवाइज ऑपरेशन शुरू होने की उम्मीद है।
वर्तमान में NPCIL के कितने रिएक्टरों का हो रहा है संचालन
वर्तमान में NPCIL 8180 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 24 रिएक्टरों का संचालन कर रहा है, जबकि 6800 मेगावाट क्षमता वाली 8 यूनिट्स निर्माणाधीन हैं। इसके अलावा 7000 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 10 और रिएक्टर प्री-प्रोजेक्ट एक्टिविटीज में शामिल हैं। एनपीसीआईएल ने कहा है कि इन सभी प्रोजेक्ट्स के पूरा होने से देश की स्थापित परमाणु ऊर्जा क्षमता 2031-32 तक 22480 मेगावाट तक पहुंच जाएगी।
ये भी पढ़ें...
इतिहास रचने जा रहे BCCI अध्यक्ष, सबसे कम उम्र के ICC चेयरमैन होंगे जय शाह, जाने कब होगी ताजपोशी
Last Updated Aug 21, 2024, 3:24 PM IST