साल 2024 में भारतीय सेना ने रक्षा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं, जैसे अग्नि-5 ICBM, तेजस मार्क-1ए की परीक्षण उड़ान, हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण, और INS अरिघाट का शामिल होना। जानें पूरी डिटेल।
Indian Army 2024 achievements: साल 2024 भारतीय सेना और डिफेंस टेक्नोलॉजी के लिए बेहद अहम रहा। इस वर्ष भारत ने कई बड़े रक्षा प्रोजेक्ट्स को सक्सेसफुली पूरा किया और मॉर्डन वेपन सिस्टम को डेवलप करने में कामयाबी हासिल की। DRDO, HAL, और अन्य संस्थानों ने भारत को डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए। आइए जानते हैं, 2024 भारतीय सेना के लिए क्यों गेम चेंजर रहा?
1. मिशन दिव्यास्त्र
DRDO ने अग्नि-5 ICBM का MIRV (मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल) तकनीक के साथ सफल परीक्षण किया। यह तकनीक भारत को एक ही मिसाइल से कई वारहेड्स को अलग-अलग स्थानों पर तैनात करने की क्षमता प्रदान करती है। 8000 किमी वाली यह मिसाइल परमाणु और थर्मोन्यूक्लियर वारहेड्स ले जाने में सक्षम है। यह टेस्टिंग भारत की रक्षा शक्ति को और मजबूत करता है।
2. तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान
मार्च 2024 में भारतीय वायुसेना के लिए स्वदेशी तेजस मार्क-1ए विमान का पहला परीक्षण किया गया, जो सफल रहा। यह विमान भारतीय वायुसेना की ताकत में बड़ा योगदान देगा।
3. अग्नि-प्राइम मिसाइल
अप्रैल 2024 में DRDO द्वारा विकसित एक नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राइम का सफल परीक्षण किया गया। यह मिसाइल परमाणु और ट्रेडिशनल वारहेड्स ले जाने में सक्षम है। यह मिसाइल दुश्मन के जहाजों और ठिकानों पर कहर बनकर टूटती है।
4. AK-203 राइफल
भारत में इंडो-रशियन वेंचर के तहत 35,000 AK-203 राइफलों का पहला बैच सेना को सौंपा गया।
5. जोरावर लाइट बैटल टैंक
जुलाई 2024 में लार्सन एंड टुब्रो द्वारा विकसित जोरावर लाइट टैंक सेना में शामिल किया गया। यह सामान्य टैंकों से हल्का है, जो ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए डिजाइन किया गया है।
6. MPATGM (मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल)
अगस्त 2024 में DRDO ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में MPATGM का सफल परीक्षण किया। दिन और रात दोनों समय इसका यूज किया जा सकता है। टेंडम वारहेड सिस्टम से लैस है, जो भारतीय सेना की कवच-रोधी कैपेसिटी को नई ऊंचाई पर ले जाता है।
7. INS अरिघाट
अगस्त 2024 में INS अरिघाट, भारत की स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी, नौसेना में शामिल हुई। यह K-15 और K-4 SLBM को 750 किमी और 3500 किमी की रेंज में लॉन्च कर सकती है।
8. VSHORADS मिसाइल
अक्टूबर 2024 में बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (VSHORADS) का परीक्षण किया गया। यह कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों जैसे ड्रोन और हेलीकॉप्टर को पल भर में खत्म कर सकती है।
9. स्टील्थ UCAV ड्रोन
नवंबर 2024 में DRDO और ADE ने घातक स्टील्थ मानवरहित हवाई वाहन (UCAV) बनाना शुरू किया है। यह दुश्मनों के इलाके में हमला करने में सक्षम होगी।
10. पहली हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण
नवंबर 2024 को भारत ने अपनी पहली हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। जिसकी रेंज 1500 किमी से अधिक है। इसकी खासियत एंटी-शिप कैपेसिटी और लोइटरिंग वॉरहेड है। यह मिसाइल हिंद महासागर क्षेत्र में दुश्मनों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
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Last Updated Dec 28, 2024, 9:45 PM IST