भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को नासा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजने के लिए चुना गया है।
नयी दिल्ली। भारत के लाल ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Subhanshu Shukla) को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजेगी। उन्हें आगामी भारत-अमेरिका स्पेस मिशन के लिए सेलेक्ट किया गया है। ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालाकृष्णन नायर बैकअप मिशन पायलट होंगे।
प्राइम एस्ट्रोनॉट होंगे कैप्टन शुभांशु शुक्ला
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने एक्सिओम स्पेस इंक, अमेरिका के साथ समझौता किया है। इस मिशन के लिए प्राइम और बैकअप एस्ट्रोनॉट के लिए मिशन पायलट के लिए नामों की सिफारिश की गई थी। उसमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का मुख्य पायलट के रूप में चयन हुआ है।
पिछले साल हुआ था चार टेस्ट पायलटों का चयन
इस मिशन के लिए पिछले साल इंडियन एयरफोर्स के 4 टेस्ट पायलटों का चयन हुआ था। उमें अंगद प्रताप, विंड कमांडर शुभांशु शुक्ला, अजित कृष्ण और ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर शामिल हैं। बेंगलुरु स्थित इसरो की अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण सुविधा में उनका प्राथमिक प्रशिक्षण चला।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के लखनऊ के रहने वाले शुभांशु एनडीए के जरिए सेना में अफसर बनें। साल 2006 में इंडियन एयरफोर्स के फाइटर स्ट्रीम में ज्वाइन किया। वह फाइटर कॉम्बैट लीडर के साथ टेस्ट पायलट भी हैं। सुखोई-30एमकेआई, जगुआर, हॉक, मिग-21, मिग-29, डॉर्नियर, एन-32 जैसे फाइटर जेट्स उड़ाने का 2000 घंटे का अनुभव है।
गगनयान मिशन का लक्ष्य?
गगनयान मिशन का लक्ष्य भारत की मानवयुक्त अंतरिक्ष यान स्पेस में भेजेन की कैपेसिटी का प्रदर्शित करना है। उसमें तीन अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में लेकर जाना है। ऐसा करने के बाद अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत दुनिया का ऐसा चौथा देश बन जाएगा, जो स्पेस में मानवयुक्त यान भेजने में सफल हुआ हो।
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Last Updated Aug 3, 2024, 6:23 PM IST