नई दिल्ली। भारत डाइवर्सिटी से भरा हुआ देश है, हर राज्य की अपनी संस्कृति और इकोनॉमी है। कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जो अपनी इकोनॉमी पॉवर के कारण देश के सबसे अमीर राज्यों में गिने जाते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देते हैं। आज हम आपको भारत के 5 सबसे अमीर राज्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें से हर एक की अपनी अनोखी पहचान है।  

महाराष्ट्र–भारत का सबसे अमीर राज्य

महाराष्ट्र भारत का सबसे अमीर राज्य है। इसकी आर्थिक राजधानी मुंबई इसे और भी मजबूत बनाती है। मुंबई फाइनेंस, बिजनेस और एंटरटेनमेंट का मुख्य केंद्र है और इसे भारत का "वित्तीय केंद्र" भी कहा जाता है। यहां स्थित बॉलीवुड इंडस्ट्री और भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह इसे इकोनॉमी के लिहाज से बेहद मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र में विनिर्माण, टेक्सटाइल और पर्यटन जैसे कई महत्वपूर्ण उद्योग भी हैं, जो इसकी आर्थिक ताकत को और बढ़ाते हैं। राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 31 ट्रिलियन रुपये से अधिक है। मुंबई, पुणे, नागपुर प्रमुख शहर हैं।

तमिलनाडु–दूसरा सबसे समृद्ध राज्य

तमिलनाडु, दक्षिण भारत का प्रमुख आर्थिक केंद्र है और भारत का दूसरा सबसे अमीर राज्य है। ऑटोमोबाइल और कपड़ा उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था के मुख्य स्तंभ हैं। तमिलनाडु में चेन्नई को "ऑटोमोबाइल हब ऑफ इंडिया" कहा जाता है, जहां कई बड़े वाहन निर्माता कंपनियों के कारखाने हैं। इसके अलावा, आईटी और टूरिज्म सेक्टर में भी तमिलनाडु ने बड़ी प्रगति की है, जिससे इसकी इकोनॉमी को ताकत मिलती है। राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 20 ट्रिलियन रुपये से अधिक है। चेन्नई, कोयम्बटूर, मदुरै प्रमुख शहर हैं।

गुजरात–तीसरे नंबर पर है बिजनेस हब

गुजरात की GSDP लगभग 20 ट्रिलियन रुपये से अधिक है। यह भारत का तीसरा सबसे अमीर राज्य है और इसकी इकोनॉमिक पॉवर का मुख्य सोर्स इसका बिजनेस नेटवर्क है। इंटरनेशनल बिजनेस की दुनिया में यहां के बड़े-बड़े बंदरगाह जाने जाते हैं और इसी वजह से गुजरात की खास अहमियत है। यहां पेट्रोकेमिकल, फार्मास्युटिकल और डायमंड पॉलिशिंग जैसी प्रमुख इंडस्ट्री हैं। गुजरात सरकार ने कई औद्योगिक क्षेत्र और विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) स्थापित किए हैं, जो राज्य में व्यापार और निवेश को प्रोत्साहित करते हैं।

उत्तर प्रदेश–चौथे नंबर पर 

उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे अमीर राज्य है और इसे "भारत का अन्न भंडार" भी कहा जाता है। यहां कृषि का बड़ा हिस्सा है और यह देश में खाद्यान्न के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। इसके साथ ही, आईटी उद्योग के तेजी से विकास और धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश ने अपनी पहचान बनाई है। वाराणसी, मथुरा, और अयोध्या जैसे धार्मिक स्थल लाखों पर्यटकों को अट्रैक्ट करते हैं, जिससे राज्य के सर्विस सेक्टर को मजबूती मिलती है। राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 19.7 ट्रिलियन रुपये है। 

कर्नाटक–भारत की सिलिकॉन वैली

भारत का पांचवां सबसे अमीर राज्य कर्नाटक है, जिसका मुख्य आर्थिक केंद्र बेंगलुरु है। इसे "भारत की सिलिकॉन वैली" के रूप में भी पहचाना जाता है, जो आईटी हब के रूप में जाना जाता है। बेंगलुरु में कई ग्लोबल आईटी कंपनियों के हेडक्वार्टर हैं, जिससे यह शहर 19.6 ट्रिलियन रुपये के जीएसडीपी के साथ टेक्नोलॉजी इनोवशन का सेंटर बन गया है। इसके अलावा, कर्नाटक में जैव प्रौद्योगिकी और एयरोस्पेस उद्योग भी तेजी से उभर रहे हैं, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।

ये भी पढें-600 किलोमीटर का सफर बिना क्रू के: जानिए कैसे 'मातंगी' बनेगी इंडियन नेवी का नया हथियार?