भाजपा राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस ने पांच सीटें गठबंधन की पार्टियों को देकर 195 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा के 190, सीपीआईएम के 28, सीपीआई के 16 और 830 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की 199 सीटों के लिए मतदान चल रहा है। सूबे में 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों के लिए 189 महिला उम्मीदवारों सहित 2,274 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे है। अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बसपा उम्मीदवार के निधन की वजह से चुनाव स्थगित कर दिया गया है। भाजपा राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस ने पांच सीटें गठबंधन की पार्टियों को देकर 195 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा के 190, सीपीआईएम के 28, सीपीआई के 16 और 830 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे।
साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो भाजपा ने यहां प्रचंड जीत दर्ज की थी, जिसका असर 2014 के लोकसभा चुनाव में भी दिखा था। 2013 के विधानसभा में जहां भाजपा ने 163 सीटें जीती थीं वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटें अपने नाम की थीं। कांग्रेस के 21 और बहुजन समाज पार्टी के 3 प्रत्याशी विधायक बने थे। राजस्थान में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं। यहां सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 101 विधायकों को समर्थन चाहिए। यहां की 200 विधानसभा सीटों में से 142 सामान्य हैं। इसके अलावा अनुसुचित जाति के लिए 33 और जनजाति के लिए 25 सीटें आरक्षित हैं।
चुनाव के बाद परिणाम के मुताबिक भाजपा को 45.50 फीसदी, कांग्रेस को 33.31 और बीएसपी को 3.48 फीसदी वोट मिले थे। इस चुनाव में कुल 25 महिलाएं निर्वाचित हुई थी इसमें से 19 भाजपा की थी। जबकि इससे पहले हुए विधानसभा चुनाव में 29 महिला विधायक थीं।
एक नजर 2013 के परिणामों पर:
Last Updated Dec 7, 2018, 4:47 PM IST