मंगलवार को दुबई में हांगकांग के खिलाफ पहला मैच खेलने उतरी भारतीय टीम ने मुकाबला दीत तो लिया लेकिन प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। विश्व क्रिकेट की मजबूत टीमों में शुमार भारतीय टीम को हांगकांग को हराने के लिए जमकर पसीना बहाना पड़ा। हांगकांग ने भारत को आखिर तक टक्कर दी और उसे महज 26 रनों से हार मिली।


पिछले कुछ समय से पाकिस्तानी टीम जबरदस्त फॉर्म में चल रही है। पाकिस्तान ने भी हांगकांग को हराकर ही अभियान का आगाज किया था। भारत और पाकिस्तान की जीत में जमीन और आसमान का फर्क देखने को मिला है। भारत ने जहां महज 26 रन से जीत दर्ज की, दूसरी तरफ पाकिस्तान ने हांगकांग को 8 विकेट से हराया था।


भारतीय टीम की कप्तानी की बागडोर रोहित शर्मा के हाथ में है। विराट कोहली के ना खेलने का असर पहले मैच में साफ-साफ दिखा। शिखर धवन ने शतक लगाकर भारतीय टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। शिखर के अलावा अंबाती रायडू ही पचास के आंकड़े को पार कर सके। उन्होंने 60 रनों का योगदान दिया।


पाकिस्तानी टीम में बाबर आजम, फखर जमान, इमाम उल हक और शोएब मलिक जैसे खिलाड़ी शामिल हैं जो किसी भी मैच का पासा पलटने में सक्षम हैं। चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में फखर जमान के बल्ले से निकले शतक ने भारत से मैच छीन लिया था।


वनडे मुकाबलों में भारत और पाकिस्तान अब तक 129 बार वनडे मैचों में आमने-सामने आ चुके हैं। इनमें भारत को 52 मुकाबलों में जीत मिली है।  पाकिस्तान के नाम भारत के खिलाफ 73 जीत दर्ज हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच हुए मुकाबलों में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा है। 


बात दुबई की करें तो यहां पिच से गेंदबाजों को ख़ास मदद नहीं है। बल्लेबाजी आसान नजर आ रही है और गेंदबाजों को होशियारी से गेंद डालनी होगी। दुबई में मौसम गर्म रहेगा और टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बनाना फायदेमंद रहेगा। रही पाकिस्तान की बात तो उसे दुबई का कंडिशन ज्यादा रास आएगा क्योंकि कई घरेलू सीरीज पीसीबी ने दुबई में आयोजित करवाए हैं।


कुल मिलाकर भारत को जीत दर्ज करने के लिए हांगकांग के खिलाफ खेले मैच से सबक लेने की जरूरत है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारतीय टीम में बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं।