नई दिल्ली- सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सीईओ (CEO) राहुल जोहरी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले की जांच हेतु जाँच पैनल को नियुक्त किया है। इस पैनल में प्रशासक समिति (COA) के अध्यक्ष विनोद राय,  बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी और अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। 

पीटीआई के मुताबिक, COA की सदस्य डायना एडुलजी और आईपीएल याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा भी समिति के समक्ष पेश हुए। वे सभी अलग-अलग उपस्थित हुए।

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को पीटीआई को बताया कि, राय, अनिरुद्ध और वर्मा ने पैनल के सामने इसे ख़ारिज कर दिया। अमिताभ (कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी) अन्य व्यक्तिगत मुद्दों में व्यस्त होने के कारण शामिल नहीं हो पाए। लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि क्यों सी.के (खन्ना) ने इसे गलत फ़ैसला बताया है।

जांच पैनल में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश राकेश शर्मा, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह और वकील वीना गौड़ा शामिल हैं। चूंकि जांच पैनल ने भारतीय क्रिकेट के शीर्ष अधिकारियों से जानकारी एकत्र की है, इसलिए बीसीसीआई के एक वर्ग ने राय और एडुलजी की भूमिका पर सवाल उठाये हैं, क्योंकि तीन सदस्यीय समिति की रिपोर्ट 15 नवंबर को इन्हें ही सौंपी जानी है।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "क्या यह अजीब बात नहीं है कि श्री राय ने पैनल का गठन किया और जांच रिपोर्ट भी केवल उन्हें ही सौंपी जाएगी। हेमांग अमीन, सबा करीम जैसे लोगों को भी बयान के लिए बुलाया जाना चाहिए था।"

गौरतलब है कि बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था, लेकिन बाद में वह पोस्ट हटा दी गयी। राहुल ने सीओए द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में इन आरोपों का खंडन किया है।