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  • Thousands of people died due to the insistence of the Hyderabad NizamThousands of people died due to the insistence of the Hyderabad Nizam

    ViewsSep 18, 2019, 6:57 PM IST

    एक शख्स जो हजारो मौतों का कारण बना, देखिए डीप डाईव के खास एपिसोड में

    आजादी के बाद हैदराबाद को भारतीय संघ में सम्मिलित कराने के लिए देश के कर्णधारों को बहुत पापड़ बेलने पड़े। इसमें सबसे ज्यादा मुश्किल हुई हैदराबाद में। जहां का शासक निजाम किसी भी सूरत में भारतीय परिसंघ का हिस्सा नहीं बनना चाहता था। इस एक शख्स की जिद ने हजारो लोगों की जान ले ली थी। 

    हैदराबाद को भारत में शामिल कराने के बाद भारत सरकार ने एक तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया। इस समिति की रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद के विलय के दौरान 27000 से 40000 लोगों की मौत हिंसा से हुई थी। ये हिंसा वहां पर निजाम की सेना और समर्थकों द्वारा की गई थी।
     

  • one-year-of-very-important-supreme-court-decision-about-lgbt-community-one-year-of-very-important-supreme-court-decision-about-lgbt-community-

    NewsSep 6, 2019, 6:45 PM IST

    एलजीबीटी समुदाय के लिए सबसे अहम फैसले का एक साल, अभी भी मीलों चलना है बाकी

    समलैंगिक और एलजीबीटीक्यूआई समुदाय के लिए यह साल उनके जीवन में नाटकीय रुप से बदलाव लाने वाला रहा है। लेकिन इसके बावजूद उनके लिए पूरी तरह समानता और न्याय पाने का काम पूरा नहीं हो पाया है। इस समुदाय को हमेशा हाशिए पर, सामाजिक बहिष्कार, बहिष्कार और असमानताओं का सामना करना पड़ा है। उन्हें हमेशा के लिए एक हाशिए के अंदर जीने के लिए मजबूर किया जाता है। उन्हें हमेशा प्रतिशोध और यहां तक ​​कि उत्पीड़न से भी भयभीत रहना पड़ता है। होमोफोबिया, बाइफोबिया और ट्रांसफोबिया का यह कुसंस्कार हमारे दृष्टिकोण, माहौल और नीतियों में अंदर तक समाया हुआ है। 
     

  • One year of very important supreme court decision about LGBT communityOne year of very important supreme court decision about LGBT community

    NewsSep 6, 2019, 4:12 PM IST

    एलजीबीटी समुदाय के लिए सबसे अहम फैसले का एक साल, अभी भी मीलों चलना है बाकी

    समलैंगिक और एलजीबीटीक्यूआई समुदाय के लिए यह साल उनके जीवन में नाटकीय रुप से बदलाव लाने वाला रहा है। लेकिन इसके बावजूद उनके लिए पूरी तरह समानता और न्याय पाने का काम पूरा नहीं हो पाया है। इस समुदाय को हमेशा हाशिए पर, सामाजिक बहिष्कार, बहिष्कार और असमानताओं का सामना करना पड़ा है। उन्हें हमेशा के लिए एक हाशिए के अंदर जीने के लिए मजबूर किया जाता है। उन्हें हमेशा प्रतिशोध और यहां तक ​​कि उत्पीड़न से भी भयभीत रहना पड़ता है। होमोफोबिया, बाइफोबिया और ट्रांसफोबिया की यह संस्कृति जो हमारे दृष्टिकोण, माहौल और नीतियों में अंदर तक समाया हुआ है। 
     

  • loopholes of Indian extradition systemloopholes of Indian extradition system

    NewsAug 18, 2019, 12:25 PM IST

    आखिर क्यों विदेश भाग गए अपराधियों को लौटाकर सजा दिलाना होता है मुश्किल, ये है वजह

    हम अक्सर देखते हैं कि भारत में अपराध करके विदेश भाग गए अपराधी मौज उड़ा रहे होते हैं। आखिर क्या है इसके पीछे की वजह? क्यों हमारी प्रत्यर्पण की व्यवस्था इतनी कमजोर है कि हम अपने यहां घोटाला या अपराध करके विदेशी जमीन पर शरण लिए हुए अपराधियों को वापस खींच लाने में विवश दिखते हैं? जानिए इसकी मूल वजह और समाधान, यहां पर-

  • unknown heroine of freedom struggle matangini hazra from bengalunknown heroine of freedom struggle matangini hazra from bengal

    NationAug 8, 2019, 5:55 PM IST

    जंगे आजादी की भुला दी गई नायिका मातंगिनी हाजरा, देखिए डीप डाईव में

    डीप डाईव में हम आज बात करेंगे मातंगिनी हाजरा की। जिन्होंने 62 साल की वृद्धावस्था में आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया। जिन्होंने अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिए थे। अंग्रेज उनसे इतने परेशान हो गए थे, कि उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। लेकिन आज हम आजादी के ऐसे दीवानों को भुलाते जा रहे हैं। 

    माय नेशनल आपको लगातार ऐसे ही भुला दिए गए नायक नायिकाओं के बारे में आपको बताएगा। 
     

  • SOME VERY SPECIAL INFORMATION ABOUT SUSHMA SWARAJ IN DEEP DIVE WITH ABHINAV KHARESOME VERY SPECIAL INFORMATION ABOUT SUSHMA SWARAJ IN DEEP DIVE WITH ABHINAV KHARE

    NationAug 7, 2019, 7:49 PM IST

    डीप डाईव के आज के एपिसोड में देखिए दिवंगत सुषमा स्वराज से जुड़ी कुछ खास बातें

    पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से पूरे देश में शोक का माहौल है। आज डीप डाईव के एपिसोड में देखिए सुषमा स्वराज से जुड़ी कुछ खास यादें, अभिनव खरे के साथ 

  • Role of media in incidents like mob lynchingRole of media in incidents like mob lynching

    NewsJul 19, 2019, 11:30 PM IST

    मॉब लिंचिंग और पारंपरिक मीडिया की भूमिका

    आज के ऐपिसोड में भारत और विदेशी मीडिय की भूमिका पर चर्चा की जाएगी कि आखिर वो कैसे मॉब लिंचिंग की रिपोर्टिंग कर रहे हैं. ऐसे में जरूरत है कि वो यह समझें कि जो जैसा है उसे वैसे ही रिपोर्ट करें.

  • Understanding Article 370 and 35AUnderstanding Article 370 and 35A

    NewsJul 18, 2019, 5:50 PM IST

    आखिर क्या है आर्टिकल 370 और 35A

    आज के ऐपिसोड में अभिनव खरे आर्टिकल 370 और 35A पर चर्चा करेंगे और ये बताएंगे कि आखिर कैसे ये दोनों राज्य की अस्थिरता के लिए जिम्मेदार हैं. 

  • Will Triple Talaq Bill pave way for Uniform Civil Code?Will Triple Talaq Bill pave way for Uniform Civil Code?

    NewsJul 16, 2019, 11:25 PM IST

    क्या ट्रिपल तलाक बिल की जगह ले पाएगा यूनिफॉर्म सिविल कोड?

    आज के ऐपिसोड में अभिनव खरे ट्रिपल तलाक बिल और यूनिफॉर्म सिविल कोड की बारीकियों के बारे में बात करेंगे. साथ ही वो यह भी बताएंगे कि इसका कानून बनना क्यों जरूरी है. 

  • Violence Against Doctors: A Wake-up Call for IndiaViolence Against Doctors: A Wake-up Call for India

    NewsJul 15, 2019, 10:16 PM IST

    डॉक्टरों पर हिंसा: भारत के लिए खतरे की घंटी

    आज के ऐपिसोड में अभिनव खरे डॉक्टरों पर हो रही इस हिंसा के पीछे की वजह की पड़ताल करेंगे और यह भी बताएंगे कि किस तरह से यह हिंसा एक बहुत बड़ी समस्या का केवल एक छोटा सा हिस्सा है.

  • US-Iran conflict and its impact on IndiaUS-Iran conflict and its impact on India

    NationJul 13, 2019, 10:22 PM IST

    अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ता तनाव और भारत पर उसका असर

    अमेरिका जिस तरह से ईरान पर कच्चे तेल से जुड़े प्रतिबंध लगा रहा है, उसका भारत पर कैसा असर पड़ेगा? अभिनव खरे अपने इस ऐपिसोड में यह बता रहे हैं कि आखिर ऐसे में भारत किस तरह के कदम उठा सकता है.