पवन वर्मा नागरिकता कानून को लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। वह पार्टी के महासचिव हैं। पवन वर्मा ने नागरिकता कानून को लेकर पार्टी नेतृत्व पर ही सवाल उठाए थे। हालांकि नीतीश कुमार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद जब दिल्ली में भाजपा ने जदयू के लिए दो सीटें छोड़ी तो पवन वर्मा एक बार फिर नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देने लगे।