अगर आपसे पूछे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन महेन्द्र सिंह धोनी और योगी आदित्यनाथ में क्या समानताएं हैं। तो आपको बताते हैं कि दोनों विपरित परिस्थितियों से जूझकर आगे बढ़े। जिस तरह से धोनी ने धीरे-धीरे को विकसित किया और फिर वह एक महान क्रिकेट के तौर भारत ही नहीं दुनिया के सफलतम कप्तान बनें और उनके विरोधियों ने भी उनकी क्षमताओं का लोहा माना. वैसे ही योगी भी विपरीत परिस्थितियों को जीतकर आगे बढ़ रहे हैं। कभी विरोधी उनकी प्रशासनिक क्षमताओं पर सवाल उठाते थे और आज वहीं उनके फैसलों को लेकर कायल हैं। राजनीति में उनकी विरोधी प्रियंका गांधी वाड्रा और बसपा प्रमुख उनके फैसलों पर बधाई दे रही हैं। वहीं अगर ये कहें कि कोरोना संकटकाल में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ एक मिशाल बने हैं तो ये कहना गलत न होगा। जब देश और दुनिया कोरोना से त्राही-त्राही कर रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी सरकार ने बेहतर रणनीति और प्रबंधन से कोरोना के प्रसार में नियंत्रण रखा है। कोरोना संकट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक कुशल प्रशासक के साथ ही एक बेहतर प्रबंधक की छवि उभर कर आयी।