रियाज पिछले आठ सालों से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बना हुआ था और इस दौरान उसने कई बड़े हमलों को अंजाम दिया। इन्ही की वजह से वह पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं का करीबी बन गया था। नाइकू पर पर 12 लाख रुपये इनाम रखा गया था। हालांकि नाइकू के मारे जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चुनौतियां कम नहीं हुई हैं।