प्रशांत किशोर
(Search results - 36)NewsJan 30, 2020, 7:52 AM IST
अब ममता की आंख कान बनेंगे पीके, टीएमसी में जाने की अटकलें तेज
नागरिकता कानून को लेकर जदयू ने केन्द्र की मोदी सरकार को लोकसभा और राज्य सभा में समर्थन दिया था। जिसके बाद प्रशांत किशोर लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। पीके साथ ही पार्टी के ही महासचिव और प्रवक्ता पवन वर्मा भी बयान दे रहे थे। जिसके बाद पार्टी ने इन दोनों नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है।
NewsJan 30, 2020, 7:26 AM IST
बागियों को पार्टी से बाहर करने के बाद नीतीश कुमार ने लिया एक और बड़ा फैसला, जानें क्या है मामला
नीतीश कुमार के प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को पार्टी से बाहर निकालने के बाद ये रैली काफी अहम है। क्योंकि ये दोनों नेता दिल्ली में भाजपा के साथ दो सीटों पर गठबंधन को लेकर नीतीश कुमार पर ही सवाल उठा रहे थे।
NewsJan 29, 2020, 6:58 PM IST
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की जीत से साइना नेहवाल के भाजपा ज्वाइन करने तक, देखिए माय नेशन के 100 सेकेंड्स में
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच टी-20 की सीरीज के तीसरे मैच को सुपर ओवर में जीत लिया। उसने न्यूजीलैंड में पहली बार टी-20 सीरीज अपने नाम किया। जदयू ने उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। जदयू ने इन दोनों नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर कार्रवाई की है। प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं। भारतीय शटलर साइना नेहवाल राजनीति के कोर्ट में कदम रख दिया। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। बैंडमिंटन खिलाड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में खेलों को बढ़ावा दिया, मैं उनसे प्रेरित हूं।
NewsJan 29, 2020, 5:43 PM IST
नीतीश ने प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया, पीके बोले थैंक्स
वहीं पार्टी से बर्खास्त होने के कुछ समय बाद, किशोर ने पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने ट्विटर पर नीतीश कुमार को तंज कसते हुए लिखा है कि“बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी को बनाए रखने के लिए आपको मेरी शुभकामनाएं। भगवान आपका भला करे, ”।
NewsJan 29, 2020, 6:53 AM IST
पीके से क्यों नाराज हैं 'सुशासन बाबू', बनेंगे बागी या फिर होंगे शहीद
पीके कभी नीतीश कुमार के करीबी लोगों में शुमार थे। लेकिन अनुच्छेद 370 हटाने और फिर नागरिकता कानून को लेकर वह पार्टी के भीतर बागी की तरह बयान देने लगे। हालांकि उससे पहले पीके की पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी की दूरी भी पार्टी को खटने लगी। क्योंकि पार्टी के एक धड़े को लगने लगा कि पीके पार्टी के पद को भुना रहे हैं।
NewsJan 28, 2020, 9:04 PM IST
पवन वर्मा के बाद अब पीके को नीतीश कुमार की दो टूक
नागरिकता संसोधन कानून को लेकर पार्टी के नेताओं के बगावती तेवरों को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के सुप्रीमो नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना में बैठक बुलाई थी। हालांकि इस बैठक में पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा को नहीं बुलाया गया था। जिसे प्रशांत किशोर के लिए झटका माना जा रहा था।
NewsJan 28, 2020, 7:28 AM IST
जदयू की अहम बैठक, लेकिन पीके रहेंगे बाहर
जनता दल यूनाइटेड की पटना में अहम बैठक होने जा रही है। ये बैठक भी इसलिए अहम मानी जा रही है कि नागरिकता कानून को लेकर पार्टी के उपाध्यक्ष और रणनीतिकार प्रशांत किशोर और पार्टी महासचिव पवन वर्मा ने पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
NewsJan 24, 2020, 8:03 AM IST
जदयू में बन रही है आम राय, पीके और पवन से मुक्ति ही आखिर उपाय
जदयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीके और पवन कुमार के बयानों को लेकर काफी नाराज बताए जा रहे हैं। लिहाजा इन दोनों पर सख्त कार्यवाही को लेकर भी उन पर दबाव है। क्योंकि पार्टी के नेताओं का मानना है कि इन दोनों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर पार्टी में अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं को भी एक सबक मिलेगा।
NewsDec 31, 2019, 9:14 AM IST
प्रशांत किशोर को सीट 'फॉर्म्युले पर जदयू में लगा झटका, आरसीपी बोले छपास की आदत
असल में पीके ने कहा था कि लोकसभा चुनाव का फार्मूला बिहार में विधानसभा चुनाव में लागू होगा। पीके ने कहा कहा था कि पार्टी को विधानसभा चुनाव में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। हालांकि इसके बाद पीके ने बहस छेड़ दी थी। क्योंकि माना जा रहा कि पीके लगातार पार्टी लाइन से बाहर जाकर भाजपा के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं और इसके पीछे हो सकता है कि उन्हें नीतीश कुमार का परोक्ष समर्थन हो।
NewsDec 15, 2019, 9:38 AM IST
नागरिकता कानून के विरोध के बावजूद पीके को नहीं छोड़ा चाहते हैं नीतीश
प्रशांत कुमार ने पार्टी प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश से मुलाकात की। शनिवार को ही पीके ने कहा कि वह पार्टी प्रमुख से मिलकर अपनी बात रखेंगे। हालांकि पार्टी में पीके के दखल को देखते हुए पार्टी का एक धड़ा पीके उनके खिलाफ कार्यवाही करने का दबाव बना रहा था।
NewsDec 12, 2019, 1:42 PM IST
जानें क्यों नीतीश कुमार के साथ रह कर ममता की भाषा बोल रहे हैं पीके
प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के लिए चुनाव प्रबंधन संभाला था और अब वह पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के लिए चुनाव प्रबंधन संभाल रहे हैं। लेकिन नागरिता संशोधन बिल पर प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के फैसले के खिलाफ विरोध जता रहे हैं।
NewsDec 10, 2019, 1:48 PM IST
नागरिकता संशोधन बिल नीतीश कुमार से बगावत की तैयारी में हैं पीके
नागरिकता संशोधन बिल पर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं नीतीश कुमार की पार्टी और बिहार में भाजपा की सहयोगी जनता दल यू में भी दो फाड़ होते दिखाई दे रहे हैं। जहां पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार ने इस बिल का समर्थन किया है। वहीं उनके करीबी कहे जाने वाले और पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने इसे बड़ी भूल बताया है।
NewsAug 22, 2019, 1:16 PM IST
ममता का चाय की दुकान पर जाना प्रशांत किशोर की चुनावी रणनीति का है हिस्सा!
ममता बनर्जी तीन दिनों से पूर्व मेदिनीपुर जिले के दौरे पर हैं यहां वहह लोगों से जनसंपर्क कर रहीं हैं। इसी दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दीघा के पास स्थित दत्तापुर गांव के चाय की दुकान पर पहुंची। उन्होंने दुकान में चाय बनाई और लोगों को पिलाई। यही नहीं उन्होंने चाय बनाने के बाद इसे लोगों के साथ बैठकर पिया। लोगों को फिलहाल ममता बनर्जी का ये बदला रूख समझ में नहीं आ रहा है।
NewsJun 7, 2019, 4:19 PM IST
क्या सचमुच नीतीश कुमार के ‘पेट में दांत’ है?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पेट में दांत है! राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव अक्सर ये आरोप लगाते हैं। दरअसल ‘पेट में दांत’ के इस मुहावरे का अर्थ है ‘गैरभरोसेमंद होना’। यानी लालू नीतीश को भरोसे के लायक नहीं समझते हैं। मोदी सरकार के दूसरी बार शपथ ग्रहण के बाद नीतीश की गतिविधियां देखकर लगता है कि उनके बारे में लालू यादव का संदेह शायद सही था।
NewsJun 6, 2019, 6:11 PM IST
भाजपा से खतरा! ममता ने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से साधा संपर्क
'जय श्री राम' पर आक्रामक प्रतिक्रिया से खराब हुई छवि को सुधारने के लिए साधा प्रशांत किशोर से संपर्क। 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए शुरू की तैयारी।