पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करता है और चांद पृथ्वी की। इसी क्रम में पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती और चंद्रमा पृथ्वी के छाए में छिप जाता है इसे ही चंद्रग्रहण कहते हैं। यह तभी संभव है, जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा तीनों ही अपनी कक्षा में एक-दूसरे के सीध में हो। ऐसा पूर्णिमा के दिन ही संभव है।