Fake Aadhaar cards: नकली या फेंक आधार कार्ड बनाने वालों के खिलाफ गर्वनमेंट अब सख्ती से निपटने की तैयारी में है। इसके लिए बाकायदा अभियान चलाने का निर्णय लिया है।अभियान के दौरान नकली या फेंक आधार कार्ड या अन्य कोई भी गर्वनमेंट डाक्यूमेंट बनाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय शनिवार को मंत्रीमंडल की बैठक में लिया गया।

आधार मशीनों की चेक की जा रही वार्षिक रिपोर्ट
राजस्थान CM भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद  संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने शनिवार को विधानसभा में यह घोषणा की। मंत्री जोगाराम ने कहा कि इसके लिए राज्य के सभी ई-मित्र और आधार केंद्रों का निरीक्षण किया जाएगा और आधार मशीनों की वार्षिक रिपोर्ट मंगवाई जाएगी। उन्हें भी चेक किया जाएगा। ई-मित्र संचालकों के लिए केन्द्र के बाहर निःशुल्क सेवाओं एवं सशुल्क सेवाओं का एमाउंट लिखना अनिवार्य किया जाएगा, ताकि ज्यादा सर्विस चार्ज न वसूला जा सके।

पाकिस्तान की सीमा से सटे जिलों में बन रहे ज्याद फेंक आधार
जोगाराम पटेल, रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सीमावर्ती जिलों में संचालित अधिकृत आधार केन्द्रों द्वारा फर्जी आधार बनाना राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा अत्यंत गंभीर मामला है। उन्होंने बताया कि 21 जून 2024 को फर्जी दस्तावेजों एवं बायोमेट्रिक्स का उपयोग कर फर्जी आधार कार्ड बनाने के प्रकरण में  भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India), नई दिल्ली से आधार कार्ड के संबंध में जांच कराई गई।

फेंक आधार कार्ड के मामले में हो चुकी है दो ई-मित्र ऑपरेटर्स पर FIR
सांचौर जिले में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले ई-मित्र ऑपरेटर्स के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से एक मामले में जांच के दौरान रजिस्ट्रार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अधीन कार्यरत ऑपरेटर कन्हैयालाल की ID से आधार कार्ड इन्रोलमेंट होना पाया गया। इस मामले में संलिप्त ई-मित्र एवं आधार संचालकों के खिलाफ 21 जून 2024 को सरवाना थाने में FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की गई।

CBI से जांच कराने के लिए की गई सिफारिश
आधिकारिक बयान के अनुसार पटेल ने बताया कि इस मामले की जांच CBI को ट्रांसफर करने के लिए नोटिफिकेशन एवं इंप्वार्टेंट इंफारमेंशन रिक्वेस्ट लेटर के साथ सेंट्रल गर्वनमेंट को भेज दी गई हैं। इस मामले में नामजद आरोपी तोगाराम, गणपत सिंह एवं कन्हैया लाल फरार हैं। सांचौर जिले के दूसरे मामले में चितलवाना थाने में मामला दर्ज कर आरोपी मनोहर लाल को अपराध सिद्ध होने पर 21 जून 2024 को गिरफ्तार किया गया। अन्य आरोपी विकास, रमेश व सुनील की गिरफ्तारी लंबित है।

राजस्थान के इस जिले में ई-मित्र ऑपरेटर्स व आधा केंद्रों की हो रही निगरानी
उन्होंने बताया कि सांचौर जिले में ई-मित्र ऑपरेटर्स व आधार केन्द्रों पर प्रभावी निगरानी की जा रही है ताकि फ्यूचर में इस प्रकार की इनलीगल एक्ट पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि यदि कोई ई-मित्र या आधार केन्द्र ऑपरेटर फर्जी आधार कार्ड बनाने में संलिप्त पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नई दिल्ली स्थित भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा टेक्निकल इंवेस्टिगेशन के बाद 14 आधार ऑपरेटर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इन आपरेटर्स की आधार मशीनों को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के रजिस्ट्रार द्वारा डी-रजिस्टर कर बंद कर दिया गया है।

 


ये भी पढ़ें...
BHU UG 2024: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, जानें लास्ट डेट और प्रॉसेस