SBI Reward Points Scam: क्या आपका SBI में बैंक एकाउंट है। क्या आप SBI का डेबिट या क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं और बदले में आपकों एसबीआई रिवार्ड प्वाइंट मिलता है? अगर ऐसा है तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िएगा, क्योकि इस समय SBI कस्टमर साइबर क्रिमिनलों के टारगेट पर हैं। ये साइबर क्रिमिनिल फेंक लिंक मैसेज भेजकर SBI कस्टमर की गाढ़ी कमाई पलक झपकते ही बैंक एकाउंट से उड़ा दे रहे हैं। इसके लिए बाकायदा पूरी साजिश पहले से तैयार होती है। जिसमें कस्टमर को फंसाने के लिए SBI रिवार्ड प्वाइंट के एक्सपायर और रिन्यूवल का खेल खेला जाता है। आइए जानते हैं। 

SBI रिवॉर्ड प्वॉइंट्स स्कैम की लगतार बढ़ रही है कंप्लेन
तमिलनाडु पुलिस ने SBI रिवॉर्ड प्वॉइंट्स स्कैम को लेकर एक एडवाईजरी जारी की है। जिसमें बताया गया है कि बीते 60 दिनों में करीब 73 ऐसी कंप्लेन पुलिस के पास आ चुकी हैं, जिसमें लोग ऐसी ही साइबर ठगी का शिकार हुए हैं। ऐसे स्कैमर्स से खुद को कैसे सेफ रखें, फंसने पर क्या करें? इन्हीं तमाम सवालों के जवाब आइए जानते हैं। 

SBI रिवॉर्ड पॉइंट्स के क्या है बेनीफिट?
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने कस्टमर को रिवॉर्ड पॉइंट्स की एक सर्विस देता है। कस्टमर जब भी डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन करता है तो SBI कस्टमर को कुछ पॉइंट्स देता है। कस्टमर इन रिवार्ड प्वाइंट से मोबाइल रिचार्ज, ट्रैवलिंग या शॉपिंग कर सकते हैं। यदि इन्हें  2 साल तक यूज न किया जाए तो ये एक्सपायर हो जाते हैं।

 

क्या है SBI रिवार्ड पॉइंट्स स्कैम?
SBI रिवार्ड पॉइंट्स स्कैम में स्कैमर्स SBI कस्टमर के स्मार्टफोन को हैक करने पर काम करते हैं। इसके लिए स्कैमर्स सबसे पहले SBI कस्टमर को सबसे पहले एक फेंक SMS भजा जाता है। जो SBI आइकान और नाम के साथ आता है, जिससे ये ओरिजनल लगता है। स्कैमर्स बैंक डिटेल्स अपडेट करने या SBI रिवॉर्ड पॉइंट्स रिडीम करने के लिए मैसेज के साथ एक लिंक भेजते हैं। इस लिंक पर जैसे ही क्लिक किया जाता है वैसे ही एक APK फाइल (एंड्रॉइड पैकेज) डाउनलोड करने को कहा जाता है। APK फाइल डाउनलोड और इंस्टॉल करने के बाद अनजाने में डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है। इस मैलवेयर से बैंकिंग क्रेडेंशियल यानी कस्टमर का नाम, पासवर्ड, स्मार्टकार्ड, टोकन या बायोमेट्रिक या अन्य पर्सनल डिटेल चुरा ली जाती है। 

SBI रिवॉर्ड पॉइंट्स स्कैम से बचने का क्या है तरीका?
इसके लिए SBI ने एडवाईजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि कस्टमर अपने फोन पर आने वाले रिवॉर्ड पॉइंट्स से संबंधित मैसेज के प्रति एलर्ट रहें। इस तरह के मैसेज स्कैमर्स द्वारा भेजे जा रहे हैं।

सेफ्टी को स्ट्रांग करने के लिए अपनाएं ये ट्रिक
इस स्कैम से खुद को सेफ रखने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट्स पर टू-स्टेप वेरिफिकेशन पासवर्ड का यूज करना चाहिए। इसमें स्मार्टफोन वन-टाइम पासवर्ड (OTP) के अलावा एक पिन इनपुट करना होता है। जो किसी भी स्मार्टफोन यूजर के लिए एक्स्ट्रा सिक्योरिटी है। बैंकिग ऐप्स के लिए हमेशा स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं।

किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले जरूर चेक करे लें ये चींजे
किसी भी सस्पेक्ट लिंक पर धोखे से भी क्लिक नहीं करना चाहिए। पहले ऑफिशियल सोर्स, वेबसाइट या एप्लिकेशन पर जाकर चेकिंग कर लें। ध्यान रखें कि असली लिंक में कभी भी किसी थर्ड पार्टी APK फाइल डाउनलोड का ऑप्शन नहीं आता। APK फाइल के माध्यम से वायरस या मैलवेयर फोन हैक करके बैंक अकाउंट खाली किया जा सकता है।

सस्पेक्ट एक्टिविटी की कहां करें कंप्लेन?
यदि किसी लिंक पर क्लिक करने के बाद कोई संदिग्ध एक्टिविटी नजर आती है तो डेटा ऑफ कर दें। ऐसा करने से बैकअप में अगर कोई एक्टिविटी हो रही होगी तो रूक जाएगी। इसके साथ ही तुरंत साइबर क्राइम टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर इसकी कंप्लेन दर्ज करें। 

 


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