Beyond News

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो...मुनव्वर राणा के 10 शेर

Image credits: our own

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो,

तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो..

Image credits: our own

किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आई,

मैं घर में सबसे छोटा था मेरी हिस्से में मां आई..

Image credits: our own

सिरफिरे लोग हमें दुश्मन-ए-जां कहते हैं,

हम तो इस मुल्क की मिट्टी को भी मां कहते हैं..

Image credits: our own

सियासी आदमी की शक्ल तो प्यारी निकलती है,

मगर जब गुप्तगू करता है चिंगारी निकलती है...

Image credits: our own

सो जाते हैं फ़ुटपाथ पे अख़बार बिछा कर

मज़दूर कभी नींद की गोली नहीं खाते ...

Image credits: our own

एक आंसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है

तुम ने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना  ...

Image credits: our own

किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाधेगा

अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाधेगा ...

Image credits: our own

बच्चों की फ़ीस उन की किताबें क़लम दवात

मेरी ग़रीब आंखों में स्कूल चुभ गया 

Image credits: our own

तुम्हारे शहर में मय्यत को सब कांधा नहीं देते

हमारे गांव  में छप्पर भी सब मिल कर उठाते हैं 

 

Image credits: our own

सर्दी में एक धोती पहन 2170 किलोमीटर पैदल रामलला के दर्शन को निकले बापू

एक श्रापित किला जहां से आती हैं रोने की आवाज़ें ! सूर्यास्त के बाद....

65 साल में भी बनतीं हैं मां! पाकिस्तान में हैं दुनिया की सबसे सुंदर...

इस देश में लगता दुल्हन बाजार,पैसा देकर बीवी खरीदते हैं लोग