Beyond News
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो..
मैं घर में सबसे छोटा था मेरी हिस्से में मां आई..
हम तो इस मुल्क की मिट्टी को भी मां कहते हैं..
मगर जब गुप्तगू करता है चिंगारी निकलती है...
मज़दूर कभी नींद की गोली नहीं खाते ...
तुम ने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना ...
अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाधेगा ...
मेरी ग़रीब आंखों में स्कूल चुभ गया
हमारे गांव में छप्पर भी सब मिल कर उठाते हैं