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हिंदुस्तान के पड़ोसी मुल्क कई है लेकिन जब भी पाकिस्तान का नाम आता है यहां की अवाम गुस्से से भर जाती है।
1947 के बंटवारे में पाकिस्तान भारत से अलग हो गया। इस बंटवारे में लाखों घर उजड़े, हजारों कत्ल हुए, आज भी दोनों मुल्कों की अवाम के दिलों में नफरत जिंदा है।
इतनी नफरत और दर्द के बाद भी क्या आपको पता है कि आप बिना पासपोर्ट और वीजा के पैदल पाकिस्तान जा सकते हैं अगर नहीं पता है तो आगे की स्लाइड देखिए।
आपको जानकर हैरानी होगी की बिहार के पूर्णिया में पाकिस्तान नाम का एक टोला है जिसकी कुल आबादी 1300 है
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ओला संथाल आदिवासियों की बस्ती है जो हिंदू धर्म का पालन करते हैं।
पाकिस्तान टोले में ना तो कोई स्कूल है ना अस्पताल है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी यहां से 12 किलोमीटर दूर है जबकि स्कूल 2 से 3 किलोमीटर की दूरी पर है।
यहां के लोग पाकिस्तानी कहलाते हैं जिसकी वजह से गांव के बेटे बेटियों की शादी आसानी से नहीं हो पाती।
कुछ साल पहले गांव के लोगों ने पाकिस्तान का नाम बदलकर बिरसानगर रख दिया लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में आज भी गांव का नाम पाकिस्तान है।