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वैलेंटाइन वीक में हम आज आपको जींद के महाराजा की कहानी बताएंगे की कैसे उन्हें एक विदेशी महिला से प्यार हुआ और फिर शादी हुई।
महाराजा रणबीर सिंह जींद रियासत के छठे राजा थे। जब 1887 में उन्हें राजा बनाया गया तो उनकी उम्र महज 8 साल थी।
महाराजा रणबीर सुंदर विदेशी महिला को अपनी रानी बनाना चाहते थे। राजा का दिल ओलिव पर आ गया। ओलिव एक बेल्जियन लड़की थी जिसके पिता ने मुंबई में नाई का एक उम्दा सैलून खोला था।
महाराजा की पहली मुलाकात ओलिव से मसूरी में हुई थी जहां राजा-महाराजा अक्सर पार्टियां करते रहते थे। ऐसी ही पार्टी में राजा अरे ओलिव की मुळाकात हुई थी।
महाराजा पहले से विवाहित था। उनकी दो बीवियां थीं लेकिन वो ओलिव से मिलकर उन्हें ओलिव से प्यार हो गया और वो ओलिव से मिलने मुंबई भी जाने लगे।
महाराजा ने ओलिव से विवाह की पेशकश की।ओलिव का जवाब हां में था, लेकिन मां ने शादी करने से मना कर दिया, लेकिन 50000 रूपये मिलने पर मां शादी के लिए तैयार हो गयी।
ओलिव और महाराजा की शादी एक प्राइवेट समारोह में संगरूर में हुई। ओलिव को अपना धर्म बदलना पड़ा। उसका नाम भी बदलकर जसवंत कौर हो गया।
हालांकि बाद में महाराजा का दिल ओलिव से भर गया। दोनों के बीच कलह होने लगी। ओलिव ने तलाक लिया और लंदन चली गई, राजा से उसे एक बेटी भी हुई थी। उसका नाम डोरोथी था. उसे भी वो साथ ले गई।