Beyond News

पाकिस्तान का वह गुरुद्वारा जहां बिना वीजा के भारतीय भी जा सकते हैं

Image credits: our own

ऐतिहासिक जगह है करतारपुर कॉरिडोर

सिख धर्म के लोगों के लिए करतारपुर गांव एक ऐतिहासिक जगह है क्योंकि गुरु नानक देव ने अपनी जिंदगी के आखिरी 18 साल इसी गांव में गुज़ारे थे।

 

Image credits: our own

भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित है गुरुद्वारा

करतारपुर साहब भारत पाकिस्तान की सीमा से 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है, इसी वजह से यह गुरुद्वारा पूरी दुनिया में मशहूर है।

 

Image credits: our own

दुनिया का सबसे बड़ा गुरुद्वारा है करतारपुर साहिब

पाकिस्तान की सरहद के अंदर मौजूद  करतारपुर साहिब दुनिया का सबसे बड़ा गुरुद्वारा कहा जाता है।



 

Image credits: our own

वीज़ा मुक्त धार्मिक स्थल है गुरुद्वारा

करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए आपको वीजा लेने की जरूरत नहीं है सिर्फ वैलिड पासपोर्ट की जरूरत होती है।

 

Image credits: our own

करतारपुर साहिब जाने से पहले रखें खास बातों का ख्याल

करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सुबह 8:00 बजे खुलता है और दोपहर 3:00 बजे तक यहां की यात्रा चलती है इसलिए सूर्यास्त से पहले यहां से लौटना होता है।

 

Image credits: our own

रजिस्ट्रेशन है मैंडेटरी

गुरुद्वारा जाने वाले लोगों को सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होता है।

 

Image credits: our own

गुरुद्वारा जाने के लिए ईमेल भी करना है जरूरी

करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वालों को ईमेल करना होता है फिट इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण के माध्यम से अनुमति दी जाती है और उन्हें यात्रा करते समय इसकी एक कॉपी साथ रखनी होती है।

 

Image credits: our own

यह डॉक्यूमेंट होने चाहिए साथ में

तीर्थयातियों के पास वैलिड पासपोर्ट ब्लड ग्रुप की जानकारी, पासपोर्ट साइज फोटो की स्कैन कॉपी और पासपोर्ट की स्कैन कॉपी जरूरी है।

Image credits: our own
Find Next One