Lifestyle

छठ पूजा में क्यों देते हैं सूर्य को अर्घ्य? जानें इसके फायदे

Image credits: adobe stock

छठ पूजा 4 दिन का पर्व

छठ पूजा के 4 दिनी पर्व में पहला दिन नहाय खाय, दूसरा दिन: खरना (व्रत का आरंभ), तीसरा दिन: डूबते सूर्य को अर्घ्य, चौथा दिन: उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।

Image credits: adobe stock

छठ पूजा 2024: 7 और 8 नवम्बर को अर्घ्य

छठ पूजा 2024 में डूबते सूर्य को अर्घ्य: 7 नवंबर 2024 और उगते सूर्य को अर्घ्य: 8 नवंबर 2024 को दिया जाएगा।

Image credits: adobe stock

सूर्य को अर्घ्य देने का प्रतीकात्मक अर्थ क्या?

सूर्य को डूबते समय अर्घ्य देना धैर्य और उम्मीद का प्रतीक है, जो हमें याद दिलाता है कि हर डूबता सूर्य फिर से उगेगा। 

Image credits: adobe stock

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लाभ

मान्यता है कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से सौभाग्य, धैर्य और आत्मबल की प्राप्ति होती है। 

Image credits: adobe stock

उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लाभ

उगते सूर्य (और उनकी पत्नी उषा) को अर्घ्य देने से परिवार में उन्नति, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है। 

Image credits: adobe stock

मिलता है अच्‍छी सेहत और लंबी आयु

सूर्य पूजा बच्चों को उज्ज्वल जीवन, अच्छे स्वास्थ्य और रोगों से सुरक्षा का आशीर्वाद देती है। 

Image credits: adobe stock

आध्यात्मिक विकास में सहायक

सूर्य को अर्घ्य देने से नकारात्मकता दूर होती है, जिससे हम सकारात्मकता और प्रकाश की ओर बढ़ते हैं। 

Image credits: adobe stock

शनि के दुष्प्रभाव से सुरक्षा

छठ पूजा में सूर्य पूजा से शनि के बुरे प्रभावों में कमी आती है और करियर में सफलता मिलती है। 

Image credits: pinterest

समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी

नियमित सूर्य पूजा से समाज में मान-सम्मान बनाए रखने में मदद मिलती है। 
 

Image credits: pinterest

माता-पिता और बच्चों के रिश्तों पर असर

अर्घ्य देने से बच्चों और उनके पिता के बीच संबंध मजबूत होते हैं, जिससे परिवार में सुखद माहौल बनता है।
 

Image credits: pinterest

बढ़ते पॉल्यूशन में इन 5 टिप्स से फेफड़ों को करें डिटॉक्स 

स्टडी: आप खुलकर बात नहीं कर पाते? जानें क्‍यों खतरे में है मेंटल हेल्थ

जानें कब और कैसे बढ़ता है यूरिक एसिड, गठिया से बचने के ईजी टिप्स

गुनगुना पानी पीने से बचें ये लोग, जानें क्यों?