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भोपाल में डीजे की तेज आवाज से 13 साल के बच्चे की मौत हो गई। क्या तेज म्यूजिक से हार्ट अटैक आ सकता है? क्या ये आवाजें दिल के लिए नुकसानदेह हैं? आइए, जानते हैं।
WHO के अनुसार, तेज म्यूजिक से यूथ के सुनने की कैपेसिटी कम हो सकती है। साउंड का डेसिबल लेवल अगर सीमा से अधिक हो, तो सुनने के अलावा, दिल की बीमारी हो सकती है।
तेज आवाज से बहरापन, मानसिक तनाव, सिरदर्द, हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा और हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, कान में पड़ने वाली आवाज नसों के जरिए सीधे दिल तक जाती है। लगातार डीजे साउंड बजने से हार्ट बीट बढ़ती है, स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डर बढ़ता है।
ऐसी स्थिति में कान की नसों का खून गाढ़ा हो जाता है और काफी लम्बे समय तक ऐसा रहे तो हार्ट अटैक का खतरा पैदा हो सकता है।
ध्वनि की तीव्रता 70 डेसिबल तक सेफ मानी जाती है। 85 डेसिबल से ऊपर की आवाज में लगातार रहना दिल और सुनने की क्षमता के लिए खतरनाक हो सकता है।
तेज म्यूजिक से दूर रहें, इयरफोन्स का कम इस्तेमाल करें और अपने दिल की सेहत का ख्याल रखें।