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खट्टे फलों में पर्यात्त मात्रा में विटामिन सी होती है। चूंकि खट्टे फलों जैसे नींबू, संतरा, अंगूर में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं इसलिए स्पर्म ऑक्सीडेटिव डैमेज से बच जाते हैं।
बीटा-कैरोटीन युक्त गाजर खाने से महिलाओं में ओव्यूलेशन प्रमोट होता है। साथ ही माहवारी भी सही समय पर होती है। गाजर सर्वाइकल म्यूकस की क्वालिटी अच्छी बनाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त फूड्स का सेवन स्पर्म क्वालिटी को बढ़ाने का काम करता है। आप अखरोट के साथ ही अलसी, चिया बीज, सोयाबीन भी खा सकते हैं।
फैटी फिश ओमेगा-3 एसिड से भरपूर होती है। आप फिश में सालमन, मैकेरल आदि फिश का सेवन कर सकते है। महिलाओं में पीरियड्स को नियमित करने के लिए फिश मदद कर सकती है।
हरी पत्तेदार सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में फोलेट होता है जो DNA के सिंथेसिस में मदद करता है। हेल्दी एब्रियों के लिए भी फोलेट बहुत जरूरी होता है।
कद्दू के बीज में मैग्नीशियम, प्रोजेस्ट्रॉन, मैग्ननीशियम होता है, जो पुरुषों की फर्टिलिटी को बढ़ाने खासी मदद करता है।इससे sperm motility बढ़ती है।
चुकंदर बीटा-कैरोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है। रिप्रोडेक्टिव हेल्थ को अच्छा बनाने के लिए रोजाना चुकंदर का सेवन जरूर करें।