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शुगर केवल फिजिकल हेल्थ को ही नहीं बल्कि मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित करती है। जानें, चीनी कैसे मूड स्विंग, डिप्रेशन और स्ट्रेस जैसी 7 प्रकार की मेंटल प्राब्लम को बढ़ावा देती है।
जब आप चीनी का सेवन करते हैं, तो यह ब्लड शुगर लेवल को तुरंत बढ़ाती है। हालांकि, इसके बाद एनर्जी लेवल गिरने लगता है, जो थकान, चिड़चिड़ापन और मेंटल फॉग का कारण बन सकता है।
अधिक शुगर का सेवन ब्लड शुगर और इंसुलिन लेवल को अस्थिर कर सकता है, जिससे मूड स्विंग्स होता हैं। जिससे चिड़चिड़ापन, चिंता या यहां तक कि डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
शरीर में स्वैलिंग पैदा करने वाली डाईट में अधिक शुगर का सेवन मस्तिष्क में भी सूजन का कारण बन सकता है। पुरानी सूजन का मेंटल हेल्थ, जैसे डिप्रेशन और चिंता बढ़ सकती है।
चीनी का अधिक सेवन स्ट्रेस रिएक्शन को कंट्रोल करने वाले हाइपोथैलेमिक-पिट्यूटरी-एड्रेनल (HPA) एक्सिस को प्रभावित करता है, जिससे स्ट्रेस लेवल बढ़ता है और मेंटल प्राब्लम हो सकती हैं।
चीनी डोपामाइन नामक न्यूरोट्रांसमीटर की रिलीज को बढ़ाती है, जो आनंद की अनुभूति कराता है। लेकिन ज्यादा चीनी का सेवन आपको इसका लती बनाता है, जो मेंटल हेल्थ पर निगेटिव प्रभाव डालता है।
आंत और मस्तिष्क के बीच संबंध स्थापित है। ज्यादा चीनी का सेवन आपके आंत के अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे मेंटल प्राब्लम, जैसे डिप्रेशन और चिंता हो सकती हैं।