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कहते हैं जिनके सपनों में उड़ान होती है वह कुछ ना कुछ करके जरूर दिखाते हैं। आज आपको ऐसे ही शख्स कहानी बताएंगे। जिसकी जिद ने आज उसे मिलिनियर बना दिया।
Infosys फाउंडर नारायण मूर्ति को कौन नहीं जानता। बच्चों से लेकर बड़े तक उनकी सफलता के मुरीद है। एक वक्त ऐसा भी था जब नारायण मूर्ति आम इंसान हुआ करते थे।
नायारण मूर्ति हमेशा से खुद की कंपनी खोलना चाहते थे। उन्होंने Softronix नामक कंपनी की नींव रखी लेकिन ये आइडिया काम नहीं किया और कंपनी बंद हो गई।
1981 तक मूर्ति कुछ खास नहीं कर पाए थे। उन्होंने इसी साल 6 दोस्तों संग मिलकर कंपनी खोलने का प्लान बनाया और नाम रखा Infosys।
लेकिन सबकुछ इतना आसान नहीं था।
नारायण मूर्ति ने पत्नी सुधा मूर्ति से 10 हजार रुपए उधार लेकर पुणे के अपार्टमेंट में Imfosys की नींव रखी और यही से नायारण मूर्ति की जिंदगी के साथ भारत का भविष्य बदला।
छोटे से कमरे से शुरू हुई Infosys अब अमेरिका, इंग्लैंड जैसे दुनिया के तमाम देशों में है और रोजगार दे रही है। 1981 तक 2002 तक नारायण मूर्ति कंपनी के CEO रहे।
इंफोसिस आज देश की टॉप 10 कंपनियों में शामिल है। जिसका मार्केट कैप 6.01 trillion है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नारायण मूर्ति की कुल संपत्ति 4.1 बिलियन है और उनकी नेटवर्थ 440 crores USD है।