जन्माष्टमी, एक जीवंत हिंदू त्योहार, भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाने के लिए हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल, यह त्योहार 26 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा।
कृष्ण के जीवन और उनके बाल लीलाओं के उत्सव में विशेष रूप से राधा कृष्ण की रास लीला और दही-हांडी जैसे आयोजन होते हैं। ये परंपरा क्यो मनाई जाती है, इसके पीछे की स्टोरी आइए जानते हैं।
भगवान कृष्ण को मक्खन क्यों पसंद था, इसके पीछे कई दिलचस्प कहानियाँ हैं। आइए, जानें कुछ महत्वपूर्ण कारण।
कान्हा का पालन करने वाले नंदबाबा-यशोदा ग्वाले समुदाय के मुखिया थे। गाय बहुत थीं। कृष्ण का मक्खन के प्रति गहरा प्रेम स्वाभाविक था। यह उनके ग्वाले समाज से गहरे जुड़ाव को दर्शाता है।
बचपन में कान्हा को ‘माखन चोर’ कहा जाता था। उन्हें अपने घर और पड़ोसियों के घरों से मक्खन और दही चुराने में मजा आता था। गोपियों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद वो माखन चुराते थे।
कृष्ण के मक्खन के प्रति प्रेम को देखते हुए यशोदा मैया, राधा और गोपिया उनके लिए विशेष रूप से मक्खन मथती थीं और उन्हें अपने हाथों से खिलाती थीं। कृष्ण को मक्खन बहुत पंसद है।
कृष्ण की मक्खन के प्रति चंचल हरकतें, चाहे वह मक्खन खा रहे हों या पड़ोसियों से चुरा रहे हों, आनंद से भरी होती थीं। ये कहानियां हमें सिखाती हैं कि बचपन का आनंद खुलकर जीना चाहिए।
अगर आप इस जन्माष्टमी पर कान्हा को माखन अर्पित करना चाहते हैं, तो घर पर सफेद मक्खन बनाना बहुत आसान है। इसके लिए आपको बस कुछ सामग्री और थोड़े समय की आवश्यकता है।
ताजा मलाई या क्रीम - 2 कप
ठंडा पानी - आवश्यकतानुसार
ताजा मलाई को बर्तन में डालकर मथनी या हैंड ब्लेंडर से फेंटें। मक्खन बनने के बाद उसमें ठंडा पानी डालें और धीरे-धीरे मक्खन को फेंटते रहें ताकि मक्खन और छाछ अलग हो जाएं।
मक्खन को छानकर एक अलग बर्तन में निकालें और ठंडे पानी से धोकर मक्खन तैयार करें। इस सरल प्रक्रिया के बाद आपका ताजा सफेद मक्खन तैयार है।