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Janmashtami: हिंदू घरों में तुलसी पूजा नियमित की जाती है। इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है, जो भगवान कृष्ण को अतिप्रिय है। तुलसी के पत्ते उतने ही पवित्र हैं जितना गंगाजल।
जन्माष्टमी पर तुलसी की पूजा और विशेष उपाय करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है। जानें, पंडित और ज्योतिषाचार्य विनोद सोनी से तुलसी के महत्व और 8 लाभकारी उपाय।
जन्माष्टमी के दिन तुलसी माता के सामने घी का दीपक जलाकर 11 बार परिक्रमा करें। इस उपाय से जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है और घर में पॉजिटिव इनर्जी का प्रवाह होता है।
अगर आर्थिक स्थिति में सुधार चाहते हैं, तो जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को माखन का भोग अर्पित कर उसमें तुलसी के पत्ते डालें। भगवान कृष्ण को तुलसी पत्ता बहुत प्रिय है।
अगर नौकरी या व्यापार में सफलता पाना चाहते हैं, तो जन्माष्टमी पर तुलसी माता को पीले रंग की चुनरी चढ़ाएं और श्रीकृष्ण से मनोकामना बताएं। यह उपाय मनोकामना को शीघ्र पूरा करता है।
जन्माष्टमी के दिन घर में नया तुलसी का पौधा लगाने से दांपत्य जीवन की समस्याएं हल हो सकती हैं और विवाह में आ रही अड़चनों को दूर किया जा सकता है।
इस दिन आटे को घी में भूनकर उसमें शक्कर मिलाएं और केले तथा तुलसी के 11 पत्ते डालकर भगवान विष्णु को भोग लगाएं। यह प्रसाद रोगी को खिलाने से उसके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
यदि घर में कलेश और अशांति रहती है, तो जन्माष्टमी के दिन स्नान करने वाले पानी में तुलसी के पत्ते डालें। इससे मानसिक शांति मिलती है और घरेलू समस्याओं का समाधान होता है।
जन्माष्टमी के दिन स्नान के बाद रोली में घी मिलाकर घर के मंदिर में स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। उस पर तुलसी के पत्ते चिपकाएं। यह उपाय घर में निगेटिव एनर्जी दूर करता है।
जन्माष्टमी के दिन सूखे तुलसी के पत्ते का पाउडर बनाकर आटे में मिलाएं और घर के मुख्य द्वार पर रेखा खींचें। साथ ही कपूर का दीपक जलाएं। यह उपाय नजर दोष और रोग-दोष से मुक्ति दिलाता है।
इन उपायों को करने से न केवल घर में सुख-शांति का माहौल बनता है, बल्कि जीवन की कई समस्याओं का भी समाधान होता है। तुलसी पूजा और इन उपायों को अपनाकर जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं।