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आज, 1 दिसंबर 2024, मार्गशीर्ष अमावस्या है। इसे अगहन अमावस्या भी कहते हैं। जानिए क्यों मानी जाती है यह रात खास और रहस्यमयी।
अमावस्या तिथि पूजा-पाठ, स्नान-दान और पितरों के तर्पण के लिए विशेष मानी जाती है। इसे हिंदू धर्म में पवित्र तिथि माना गया है।
अमावस्या की रात को "निशाचरी रात" कहा जाता है। मान्यता है कि इस रात नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं।
कहते हैं, तंत्र-मंत्र और जादू-टोने जैसी साधनाएं इसी रात होती हैं। लोग इस दिन श्मशान जैसी सुनसान जगहों से दूर रहने की सलाह देते हैं।
चंद्रमा की अनुपस्थिति अमावस्या की रात को सबसे काली बनाती है। ज्योतिष के अनुसार, यह स्थिति मन और शरीर पर गहरा प्रभाव डालती है।
घर के बाहर न निकलें। कब्रिस्तान या श्मशान से दूर रहें। काले वस्त्र पहनने और बाल कटवाने से बचें। मांसाहार और मदिरा का सेवन न करें।
पूजा-पाठ करें। घर में दीपक जलाएं। सकारात्मक ऊर्जा के लिए भगवान की आराधना करें।
शास्त्रों के अनुसार, अमावस्या पर शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं। यह तिथि साधना और आत्मचिंतन के लिए उपयुक्त है।