सरकारी नौकरी छोड़ साइकिल पर बेचा सामान,अब 23000 करोड़ के मालिक
lifestyle Dec 24 2023
Author: Anshika Tiwari Image Credits:social media
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1980-90 के दशक में बनाई पहचान
दूध सी सफेदी निरमा से आई, वॉशिंग पाउडर निरमा। निरमा एक ऐसा ब्रांड जो लगभग हर घर में मिल जाएगा लेकिन इसके स्थापित होने की कहानी भावुक कर देगी।
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गुजरात से शुरू हुई निरमा की कहानी
निरमा फाउंडर करसमभाई पटेल ने कई मुश्किलों का सामना किया। वह लैब टैकनिशियन थे लेकिन दिल में कुछ बड़ा करने का जज्बा था। बस यही से शुरू होती है निरमा की सफलता की कहानी।
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बिजनेस के लिए छोड़ी सरकारी नौकरी
करसमभाई पटेल सरकारी नौकरी में थे। उनका परिवार अच्छा चल रहा था। लेकिन एक दिन सड़क हादसे में बेटी निरूपमा की मौत हो जाती है। जो उन्हें तोड़ कर रख देती है।
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बेटी को जिंदा करने की चाहत
करसमभाई चाहते थे की किसी तरह उनकी बेटी साथ रहे। इसलिए उन्होंने बेटी के नाम से कंपनी खोलने का विचार आया और निरमा की नीव पड़ी। उस वक्त सर्फ,और विदेशी ब्रांड की मार्केट में धूम थी।
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जब साइकिल पर बेचा वॉशिंग पाउडर
कॉम्पिटीशन के बीच वह साइकिल से निरमा बेचने निकल पड़े। उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कपड़े साफ नहीं हुए तो वह पैसे वापस कर देंगे। कम दाम और बेहतरीन क्वालिटी ने लोगों का दिल जीत लिया।
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मिडिल और लोअर क्लास का फेवरेट
धीरे-धीरे गुजरात से निकलकर निरमा पूरे देश में फेमस हो गया। सस्ता होने के कारण लोअर और मीडिल क्लास के बीच येखूब पसंद किया और कंपनी की गाड़ी चल पड़ी।
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आज 23 हजार करोड़ का टर्नओवर
करसमभाई की मेहनत रंग लाई। कंपनी में इस वक्त 18 हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत है। निरमा ग्रुप का टर्नओवर 23 हजार करोड़ से ज्यादा है। वहीं सलाना टर्नओवर 7 हजार करोड़ से अधिक है।