ना ना - ये परदा नहीं  है बल्कि Eid के लिए सेवईं तैयार की जा रही है
Hindi

ना ना - ये परदा नहीं  है बल्कि Eid के लिए सेवईं तैयार की जा रही है

ईद की सिग्नेचर डिश सेवईं
Hindi

ईद की सिग्नेचर डिश सेवईं

  ईद में डाइनिंग टेबल की सिग्नेचर डिश होती है सेवईं। जो मेवे और खोये से बनती है लेकिन क्या आपको पता है की ये सेवईं तैयार कैसी की जाती है। चलिए बताते हैं कैसे तैयार होती है सेवईं

Image credits: our own
मैदे से बनती है सेवईं
Hindi

मैदे से बनती है सेवईं

पुराने लखनऊ के बलागंज, मौलवी गंज और अमीनाबाद में सेवईं के कारखाने हैं  जहां सेवईं बनने  का पूरा प्रोसेस एक दिलचस्प सफ़र रहा।  दरअसल सेवईं मैदे से बनती है।

Image credits: our own
इस तरह बनती है सेवईं
Hindi

इस तरह बनती है सेवईं

पहले इस मैदे को अच्छे से छाना  जाता है फिर आटे की तरह गूंथा जाता है और फिर इसे मशीन से छाना  जाता है। जिसमे ये लम्बे लम्बे आकर में परदे की साइज़ में निकलती हैं,

Image credits: our own
Hindi

धूप में सुखाया जाता है

अब  इन सिवइयों को अच्छी तरह से धूप में सुखाया जाता है।  ये ध्यान रखा जाता है की सिवईं में ज़रा भी नमी न रहे।  

Image credits: our own
Hindi

तैयार होने के बाद उतरती है बाजार में

जब ये सिवईं  सूख जाती हैं तो इन्हें तह कर के अख़बार में लपेट कर बाज़ार में बेचने के लिए भेजा जाता है।  

Image credits: our own
Hindi

लखनऊ में पूरे साल मिलती है सिवईं

लखनऊ में सिवईं के कई बाजार हैं।  कुछ जगहों पर सिर्फ ईद और बकरीद में सिवईं मिलती है लेकिन पुराने लखनऊ में सिवईं पूरे साल मिलती है। 

Image credits: our own
Hindi

एक महीने में   2 लाख तक की कमाई

अमीनाबाद में सेवईं बनाने वाले मोहम्मद कहते हैं रमजान का महीना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।  इस एक महीने में हमारी कम से कम  2 लाख तक की कमाई होती है जिससे काफी राहत मिलती है।

Image credits: our own
Hindi

दो तरह की होती है सेवईं

मोहम्मद ने बताया की  सेवईं दो तरह की होती है, सादी सेवईं और बनारसी सेवईं बनारसी सेवईं लच्छे दार होती है जबकि सादी सेवईं सीधी परदे जैसी होती है।

Image credits: our own

नवरात्री में लगेंगी संस्कारी, जब पहन कर निकलेंगी आलिया भट्ट की साड़ी

नवरात्रि-ईद में चमकेंगी आप,बस पहन लें ये 8 Organza Saree

इन जूतों को खरीदने में बिक जाएंगे लखपति,उल्कापिंड से बनकर हुआ तैयार

पटोला सिल्क से कांजीवरम तक, Gudi Padwa में चार चांद लगा देंगी ये साड़ी