घर और पंडाल में गणपति कल स्थापित किये जाएंगे
इसलिए पूजा के लिए दोपहर का समय सबसे उत्तम है, इस समय षोडशोपचार गणपति पूजा भी की जाती है।
सुबह 11.01 - दोपहर 01.28 (अवधि - 2.27 मिनट)
दाईं ओर सूंड वाले गणपति में सूर्य का प्रभाव होता हैं,ऐसे गणपति की पूजा अधिकतर मंदिरों में की जाती है।
चौकी,लाल पीला कपड़ा,कलश,इलाइची,पान,पंचामृत, मोदक, सुपारी, पंचमेवा, अक्षत,लौंग, आम के पत्ते, सिंदूर, लाल फूल, जनेऊ, गंगाजल, कुमकुम, हल्दी, मौली,नारियल, घी, कपूर, चंदन।
चर (सामान्य) - सुबह 09.11 - सुबह 10.43
लाभ (उन्नति) - सुबह 10.43 - दोपहर 12.15
अमृत (सर्वोत्तम) - दोपहर 12.15 - दोपहर 01.37
गणेश चतुर्थी के दिन दुकान और ऑफिस में भी गणपति को विराजित करें। मूर्ति के साथ गणेश यंत्र भी स्थापित करें। मान्यता है इससे नौकरी, धन, पद के मामले में लाभ मिलता है।