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ब्लड डोनेशन अगर किया जाए तो चिंता काफी कम महसूस होती है। व्यक्ति खुद को इमोशनली स्ट्रॉन्ग फील करता है।
दूसरों की हेल्प करने के लिए जब ब्लड डोनेशन किया जाता है तो व्यक्ति के अंदर मौजूद निगेटिव थॉट्स भी दूर होने लगते हैं। व्यक्ति को खुशी महसूस होती है।
जो लोग ब्लड डोनेट करते हैं, उनका लो ब्लड प्रेशर होने का चांस कम होता है। वहीं कुछ स्टडीज ये भी बताती हैं कि ऐसे व्यक्ति में कुछ हद तक हार्ट डिसीज होने के चांस घट जाते हैं।
ब्लड डोनेशन करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतरह रहता है। इस कारण से स्किन में एक्ने या पिंपल का खतरा कम हो जाता है। साथ ही स्किन ग्लो करती है।
जिन लोगों को हेमोक्रोमैटोसिस बीमारी हो उन्हें भी ब्लड डोनेट करना चाहिए। ऐसे लोगों में आयरन के अधिक निर्माण को रोकने के लिए ब्लड डोनेशन जरूरी है।
खाली पेट ब्लड डोनेशन की सलाह नहीं दी जाती है। ब्लड डोनेट करने जा रहे हैं तो पर्याप्त पानी जरूर पिएं। ऐसा करने से वेंस ढूढ़ने में मदद मिलती है।
आपको ब्लड डोनेट करने के पहले ब्रेकफास्ट और ब्लड डोनेशन के बाद हेल्दी स्नैक्स लेने चाहिए। ऐसा करने से आपको चक्कर जैसा महसूस नहीं होगा।
जब टीनएजर्स ब्लड डोनेट करते हैं तो उन्हें बाद में आयरन टैबलेट्स खाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए ताकि शरीर में आयरन की कमी न हो।