5 फेलियर के बाद कैसे बनीं IAS? सेल्फ स्टडी से UPSC में रचा इतिहास
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5 फेलियर के बाद कैसे बनीं IAS? सेल्फ स्टडी से UPSC में रचा इतिहास

प्रियंका गोयल: संघर्ष से सफलता तक का सफर
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प्रियंका गोयल: संघर्ष से सफलता तक का सफर

दिल्ली की प्रियंका गोयल ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में अपने छठे और अंतिम प्रयास में 369 वीं रैंक प्राप्‍त की। उनकी जर्नी फेलियर से जूझ रहे स्टूडेंट्स के लिए प्रेरणा है। 

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बचपन से था IAS बनने का सपना
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बचपन से था IAS बनने का सपना

प्रियंका का सपना था कि वे एक IAS अधिकारी बनें। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के केशव महाविद्यालय से बी.कॉम. किया और ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
 

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पहले प्रयास में निराशा
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पहले प्रयास में निराशा

प्रियंका के पहले प्रयास में उनका प्रीलिम्स क्लियर नहीं हुआ। जानकारी की कमी और सही रणनीति न होने के कारण वे परीक्षा पास नहीं कर सकीं।
 

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दूसरे प्रयास में उम्मीद लेकिन सफलता दूर

दूसरे प्रयास में प्रियंका सिर्फ 0.7 अंकों से कट-ऑफ क्रैक करने से चूक गईं। यह नजदीकी हार उनके लिए बड़ा सबक बन गई।

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चार बार प्रीलिम्स में असफलता

चार बार प्रीलिम्स पास न कर पाना किसी भी अभ्यर्थी के आत्मविश्वास को कमजोर कर सकता है। लेकिन प्रियंका ने हार नहीं मानी और अपना संघर्ष जारी रखा।
 

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छठे प्रयास में हासिल की सफलता

अपने छठे और अंतिम प्रयास में 369वीं रैंक हासिल की। उन्होंने लोक प्रशासन (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) वैकल्पिक विषय में 292 अंक और साक्षात्कार में 193 अंक हासिल किए।
 

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सेल्फ स्टडी बना सफलता का मंत्र

प्रियंका ने यह सफलता बिना कोचिंग के, सिर्फ सेल्फ स्टडी से हासिल की। उनकी मेहनत और आत्मविश्वास इस बात का प्रमाण है कि सही रणनीति और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

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सोशल मीडिया पर हैं लोकप्रिय

प्रियंका न सिर्फ एक IAS अधिकारी हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी हजारों लोगों की प्रेरणा हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 2,22,000 से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।

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प्रियंका की कहानी से मिली सीख

प्रियंका गोयल का सफर यह सिखाता है कि असफलता अंत नहीं है, बल्कि सफलता की शुरुआत है। हार मानने के बजाय बार-बार कोशिश करने वालों को ही जीत मिलती है।

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