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संगीत की दुनिया में कदम रखने वाले 90 वर्षीय आशा भोसले की तरह गाना गाने की कोशिश करते हैं।
आशा भोसले ने 'चंदा मामा दूर के' और 'प्यार हमारा अमर रहेगा' जैसे सदाबहार गानों को आवाज दी है।
8 सितम्बर 1933 को जन्मी आशा भोसले ने महज 10 साल की उम्र में गाना गाने की शुरुआत की थी।
आशा भोसले ने कड़ी मेहनत कर अपना करियर बनाया। एक प्रोफेशनल सिंगर बनीं। कई फिल्मों के लिए गाने गाएं।
आशा भोसले ने महज 16 साल की उम्र में घरवालों की मर्जी के खिलाफ 31 साल के गणपतराव से शादी कर ली। पर यह शादी ज्यादा दिन तक नहीं चली।
आशा भोसले ने अपने से 6 साल छोटे महान संगीतकार आर डी बर्मन से साल 1980 में दूसरी शादी की।
आशा भोसले ने पहला गीत 'चुनरिया' फिल्म का 'सावन आया...'गाया था। फिर एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीत गाएं।
आशा भोसले की आवाज 60 और 70 के दशक में एक्ट्रेस हेलेन की आवाज समझी जाती थी।
आशा भोसले के गानों ने 90 के दशक में धूम मचा दी। राधा कैसे न जले, 'शरारा शरारा' और 'सपने में मिलती है' जैसे लोकप्रिय गाने गाए।
आशा भोसले को दादा साहेब फाल्के और पद्म विभूषण अवार्ड भी मिल चुका है। 8 बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता है। आशा भोसले सभी के लिए एक इंस्पिरेशन हैं।