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हरियाणा के सिरसा जिले के रहने वाले विजय वर्धन अपने गृहनगर में शुरुआती पढ़ाई के बाद हायर स्टडीज़ के लिये हिसार चले गए।
विजय वर्धन ने साल 2013 में इलेक्ट्रानिक्स में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए दिल्ली का रुख किया।
विजय वर्धन ने यूपीएससी के अलावा नौकरी के दूसरे विकल्प की तरफ भी देखा और A-B बी ग्रेड लेवल की नौकरियों के लिए भी अप्लाई किया।
विजय वर्धन ने हरियाणा और यूपी पीसीएस, एसससी, सीजीएल की 30 अलग-अलग नौकरियों के लिए फार्म भरा।
विजय वर्धन का 30 नौकरियों में कहीं भी चयन नहीं हुआ। पर वह निराश नहीं हुए और अपना प्रयास लगातार जारी रखा।
विजय वर्धन का पूरा फोकस यूपीएससी एग्जाम पर था। साल 2014 से ही वह यूपीएससी की परीक्षाओं में शामिल हो रहे थें।
साल 2014 और 2015 में विजय वर्धन UPSC की परीक्षा में बैठें। पर लगातार दो साल मेंस के एग्जाम में असफल रहें।
तीसरी बार विजय वर्धन सिर्फ 06 अंक से आगे नहीं बढ़ सकें। साल 2017 में इंटरव्यू तक पहुंचे। पर उनका चयन नहीं हो सका।
विजय वर्धन ने बार-बार असफल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। हालात ये हुए कि लोगों ने विजय को पांचवा अटेम्पट देने से मना कर दिया।
उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई। विजय वर्धन ने साल 2018 में 104वीं रैंक हासिल की और आईपीएस बनें।
विजय वर्धन को आईएएस से नीचे कोई नौकरी स्वीकार नहीं थी। उन्होंने फिर प्रयास किया और साल 2021 में आईएएस बनें।