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झांसी के मनु अग्रवाल को पढ़ाई के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गणित में काफी दिक्कतें आई।
मनु अग्रवाल की शुरुआती पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई। एआईईईई में रैंक हासिल कर बीसीए किया।
मनु अग्रवाल ने साल 2016 में 10 हजार रुपये में पेड इंटर्नशिप की। बीसीए के बाद एमसीए किया।
एमसीए करते हुए मनु अग्रवाल ने नौकरी के लिए कई कम्पनियों में अप्लाई किया। उन्हें 35 कम्पनियों ने रिजेक्ट किया।
मनु अग्रवाल ने हार नहीं मानी। उनकी जिद अच्छे पैकेज पर नौकरी पाने की थी। इसके लिए वह विदेश जाने को भी तैयार थे।
मनु अग्रवाल को कोडिंग में महारत हासिल थी। माइक्रोसाफ्ट में इंटर्नशिप का मौका मिला।
फिर माइक्रोसाफ्ट ने उन्हें अमेरिका के सिएटल में 1.9 करोड़ रुपये का पैकेज आफर किया और मनु वहीं नौकरी करने लगें।
मनु अग्रवाल कोरोना महामारी के दौर में देश लौट आएं और गूगल में नौकरी ज्वाइन कर ली।
अब मनु अग्रवाल अपने दोस्त अभिषेक गुप्ता के साथ टयूटर्ट एकेडमी में को-फाउंडर के रूप में जुड़े हैं।
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